भारतीय नागरिक की यूक्रेनी गर्भवती पत्नी के साथ रेस्क्यू करने से किया गया इंकार , क्या होगा सरकार का रवैया?
यूक्रेन- यूक्रेन में जारी जंग के बीच भारत सरकार वहां फंसे भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए हरसंभव कोशिश कर रही है। ऐसे में कुछ भारतीयों को दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है। वहां फंसे एक नागरिक गगन ने बताया कि मैं एक भारतीय नागरिक हूं, भारत जा सकता हूं, लेकिन मेरी पत्नी नहीं। वह एक यूक्रेन की नागरिक है। हमसे कहा जा रहा है कि केवल भारतीय ही निकाले जाएंगे। गगन ने कहा कि हम अपने परिवार को यहां नहीं छोड़ सकते। मेरी पत्नी 8 महीने की गर्भवती है। इसलिए हम पोलैंड जा रहे हैं। हम वर्तमान में ल्वीव में एक दोस्त के घर पर हैं।
I'm an Indian citizen, can go to India but not my wife, who is a #Ukrainian;have been told that only Indians will be evacuated;can't leave my family here. My wife is 8-months pregnant, will be moving to Poland. We're currently at a friend's place in Lviv:Gagan, who fled from Kyiv pic.twitter.com/r3hWJDbgNU
— ANI (@ANI) March 6, 2022
भारत ने यूक्रेन में फंसे शेष भारतीय विद्यार्थियों को लाने के लिए ऑपरेशन गंगा के तहत अंतिम चरण का अभियान शुरू किया है। हंगरी स्थित भारतीय दूतावास ने सभी विद्यार्थियों को रविवार रात 12 बजे तक बुडापेस्ट पहुंचने को कहा है।
भारतीय दूतावास ने ट्वीट कर कहा, ऐसे सभी छात्र जो दूतावास द्वारा की गई व्यवस्था के इतर खुद के आवास पर रह रहे हों, वे निर्धारित समय के दौरान हंगरी सिटी सेंटर रकोजी यूटी 90 पहुंच जाएं। उधर, यूक्रेन में कीव स्थित भारतीय दूतावास ने भी भारतीय नागरिकों से अपील की है कि जो अब भी यूक्रेन में हैं, वे ऑपरेशन गंगा के तहत भारत लौटने के लिए अपना पंजीकरण कराएं। दूतावास ने उनसे ट्वीट के साथ संबद्ध गूगल फॉर्म में तुरंत अपना ब्योरा भरकर देने को कहा है।