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माधुरी दीक्षित ने बताया शादी के बाद कैसी हो गई थी अमेरिका में उनकी जिंदगी


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मुंबई – माधुरी दीक्षित ने करियर के टॉप पायदान पर होते हुए जब अचानक शादी का फैसला लिया तो कई लोग हैरान रह गए। उससे भी ज्यादा हैरानी की बात ये रही कि उन्होंने किसी एक्टर या इंडस्ट्री से जुड़े शख्स को चुनने की जगह एक ऐसे पुरुष से शादी की, जिसे उनके घर वालों ने पसंद किया था। साल 1999 में ‘धक-धक गर्ल’ अपने फैन्स का दिल तोड़ते हुए हमेशा के लिए डॉक्टर श्रीराम नेने के साथ सात फेरे लेकर मिस से मिसिस बन गईं। इसके बाद वह इंडिया में रहने की जगह यूएस में जाकर बसीं, जहां उनके पति रहा करते थे।

शादी के बाद माधुरी ने वर्क प्रॉजेक्ट न के बराबर कर दिए और फिर कई साल बाद भारत लौट आईं। इस बार उनके पति व बच्चे भी यहीं आकर बसे। इसके बाद से एक्ट्रेस ने एक बार फिर से फिल्मी दुनिया में एक्टिव होना शुरू कर दिया। माधुरी ने एक लेटेस्ट इंटरव्यू में बताया कि शादी के बाद अमेरिका में बस जाने पर उनकी जिंदगी कैसे पूरी तरह बदल गई थी। उन्होंने उन चीजों का अनुभव किया, जिन्हें पहले उन्हें कभी एक्सपीरियंस नहीं किया था। एक्ट्रेस ने जो बातें कहीं, उनसे दूसरी शादीशुदा महिलाएं भी यकीनन आसानी से रिलेट कर सकेंगीं।

बाजार को दिए इंटरव्यू में माधुरी दीक्षित नेने ने अपने यूएस में रहने से पहले और बाद के अनुभव को शेयर किया। उन्होंने बताया कि शादी कर दूसरे देश में बस जाने पर उनकी जिंदगी काफी बदली। अदाकारा ने कहा ‘मैं बहुत ही सुरक्षित परिवेश में पली-बढ़ी थी। मेरे पैरंट्स हमेशा मेरे साथ रहते थे। यहां तक की शूटिंग के दौरान भी। हालांकि, जब मेरी शादी हुई, तो मैंने खुद के लिए फैसले लेना शुरू कर दिए। US में रहने के दौरान मैंने जिंदगी से जुड़ी कई चीजें सीखीं। जब मैं भारत में थी, तो मेरे आसपास हमेशा 20 लोग रहते थे, जो मुझे लेकर परेशान रहते थे। हालांकि, अमेरिका में मैं पूरी तरह से आत्मनिर्भर थी।’

एक्ट्रेस ने आगे बताया कि कैसे यूएसए में उन्हें सभी चीजें खुद करनी होती थीं। ‘बच्चों को पालने से लेकर हर काम मुझे वहां खुद करना होता था। मुझे जब मदद की जरूरत होती थी, तो मेरी मां और सास मदद के लिए आ जाती थीं। आप जैसे-जैसे बड़े होते जाते हैं, आपकी समझ बढ़ती जाती है और आप अपने अनुभवों से काफी कुछ सीखते हैं। आज मैं उन्हीं अनुभवों को अपने किरदारों के लिए भी इस्तेमाल करती हूं।’ माधुरी ने जो अनुभव किया, वैसा एक्सपीरियंस करने वाली वह अकेली महिला नहीं हैं, बल्कि ज्यादातर शादीशुदा महिलाएं इस स्थिति से गुजरती हैं। शादी से पहले माता-पिता के साथ रहते हुए वे हमेशा ऐसे वातावरण में रहती हैं, जहां उन्हें हर चीज से बचाया जाता है। पैरंट्स एक ढाल की तरह सामने खड़े रहते हैं।

हालांकि, विवाह के बाद महिला को सभी चीजों का अकेले सामना करना होता है। घर की जिम्मेदारियों को कंधों पर लेने के लिए उन्हें खुद को आत्मनिर्भर और मजबूत बनाना ही पड़ता है। उनका ये बदला हुआ अवतार कई बार उनके खुद के माता-पिता तक को हैरान कर देता है, क्योंकि उन्होंने देखा होता है कि विवाह से पहले उनकी बेटी कैसी रहती थी। हालांकि, इस तरह की स्थिति को हर महिला माधुरी की तरह स्वीकार व संभाल सके ये जरूरी नहीं। शादी से पहले हमेशा प्रटेक्टिड माहौल में रहने वाली लड़की को जब एकदम से जिम्मेदारियों से भरी जिंदगी में भेज दिया जाता है, तो ये उसके लिए जबरदस्त तनाव ला सकता है।

एक ओर वह खुद को बदलने की कोशिश कर रही होती है, तो दूसरी ओर उस पर अपने नए घरवालों की अपेक्षाओं का दबाव होता है। अनुभव न होने के कारण वह गलतियां भी करती है। ये चीज कुछ लड़कियां हैंडल कर लेती हैं, तो कुछ ग्लानी भाव से भर जाती हैं और उनका आत्मविश्वास और गिरता जाता है। आज के जमाने में तो खासतौर पर ये जरूरी है कि लड़कियों को छोटी उम्र से ही हर चीज को लेकर आत्मनिर्भर बनाया जाए। उन्हें सुरक्षित माहौल देना अपनी जगह है, लेकिन उन्हें दुनियादारी के बारे में सिखाया जाना भी जरूरी है।

चाहे प्रफेशनल लाइफ से जुड़ी चीजें हो या घर की जिम्मेदारी, उन्हें थोड़ी-थोड़ी चीजें सिखाते रहना चाहिए। ऐसे में शादी के बाद उनके लिए सारी चीजें एकदम शॉक बनकर सामने नहीं आएंगी और उन्हें नई जिंदगी में ढलने में आसानी होगी।

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