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Attack on Zaporizhzhia nuclear power: दुनियाभर में टेंशन, यूक्रे न के न्यूक्लियर प्लांट पर हुआ हमला


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नई दिल्ली – इन नौ दिनों में युद्ध से हुई तबाही का जो मंजर सामने आया है, वह रूह कंपा देने वाला है। यूक्रेन के शहर आग के गोलों में तब्दील होते जा रहे हैं। इमारतें जमींदोज हो गई हैं। सड़कों पर जलते हुए टैंक-बख्तरबंद वाहन देखे जा रहे हैं। आसमान में घुएं का गुबार है। निर्दोष लोग मारे जा रहे हैं। यूरोप के सबसे बड़े परमाणु संयंत्र जपोरिजिया पर रूस के हमले के बाद दुनिया खौफ में आ गई है। कहा जा रहा है कि इस परमाणु प्लांट में यदि विस्फोट हो गया तो चेर्नोबिल से 10 गुना ज्यादा तबाही हो सकती है। न्यूक्लियर प्लांट पर रूस के हमल के बाद दुनिया के काफी चिंतित हो गए हैं।

रूस (Russia) ने यूक्रेन में मौजूद यूरोप के सबसे बड़े परमाणु पावर प्लांट (Zaporizhzhia Nuclear Power Plant) पर हमला कर दिया था. जिसके चलते वहां आग लग गई, जिसे वक्त रहते काबू में कर लिया गया. ये आग पांच मंजिला ट्रेनिंग केंद्र में लगी थी और इससे जेपोरजिया प्लांट को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है.

इस घटना को लेकर यूक्रेन की तरफ से बयान जारी किया गया है. जिसमें कहा गया है कि 4 मार्च की सुबह रूस की तरफ से जेपोरजिया परमाणु पावर प्लांट पर गोलाबारी की गई, जिसके कारण उस साइट पर आग लग गई. सुबह 6 बजकर 20 मिनट तक यूक्रेन की इमरजेंसी सेवा यूनिट ने आग को काबू में किया. वर्तमान में यहां किसी के घायल होने या किसी की मौत की सूचना नहीं है. जेपोरजिया परमाणु पावर प्लांट सही सलाहमत था, लेकिन यूनिट 1 रिएक्टर कम्पार्टमेंट की सहायक इमारत क्षतिग्रस्त हो गई हैं.

न्यूक्लियर प्लांट पर हमला मानवता के ऊपर हमले की तरह है। 1945 के बाद पहली बार इस तरह का हमला हुआ है। कोई भी देश परमाणु अस्त्र के हमले की बात नहीं करना चाहता। दुनिया परमाणु हमले से होने वाली बर्बादी को देख चुकी है। कोई देश नहीं चाहता कि उसके ऊपर परमाणु हमला हो और न ही कोई देश न्यूक्लियर अटैक करना चाहता है। दुनिया के देश कोशिश कर रहे हैं कि पुतिन मान जाएं और हमले बंद हो जाएं लेकिन अब तक की बैठकों एवं प्रतिबंधों का उन पर असर नहीं हुआ है।

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