नई दिल्ली – रूस-यूक्रेन के बीच जंग का आज 9वां दिन है। रूसी सेना यूक्रेन को चारों ओर से घेर रही है। यूक्रेन के कई शहरों पर रूसी सेना ने कब्जे का दावा किया है। इस बीच जपोरिजिया में परमाणु संयंत्र पर भी रूसी सेना ने हमला बोलकर नियंत्रण कर लिया है। यह यूरोप का सबसे बड़ा परमाणु संयंत्र है। यूक्रेन की 25 से 30 फीसदी परमाणु ऊर्जा की इसी परमाणु संयंत्र से आपूर्ति की जाती है। उधर, रूस पर यूक्रेन में मानवाधिकारों का उल्लंघन करने के आरोपों की जांच के लिए स्वतंत्र आयोग के गठन पर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में मतदान हुआ। भारत यहां भी मतदान से दूर रहा।यूक्रेन संकट पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की आपात बैठक के दौरान भारत ने कहा है कि हम यूक्रेन के परमाणु ऊर्जा रिएक्यरों और सुविधाओं पर सावधानीपूर्वक नजर बनाए हुए हैं। हम किसी भी घटना में परमाणु केंद्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करना सर्वोपरि मानते हैं। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि ने कहा कि भारत अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) की ओर से अपने संविधि के अनुसार प्रभावी, गैर-भेदभावपूर्ण और कुशल तरीके से अपने सुरक्षा उपायों और निगरानी गतिविधियों के निर्वहन को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है।
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत लिंडा थॉमस ग्रीनफील्ड ने कहा है कि यूक्रेन में जपोरिजिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र की रूस की ओर से कब्जा किए जाने के दौरान आग लग गई थी। इस दौरान दुनिया एक परमाणु तबाही से बाल-बाल बची। ग्रीनफील्ड ने यूएनएससी की आपातकालीन बैठक के दौरान यह बात कही।