Russia Ukraine War : थोड़ी ही देर में दोनों देशों के बिच महायुद्ध को रोकने लिए होगा वार्तालाप
नई दिल्ली – यूक्रेन और रूस के पड़ोसी देश बेलारूस में दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल की बातचीत सोमवार दोपहर भारतीय समयानुसार 3:30 बजे हो सकती है। बेलारूस सरकार की ओर से इस बातचीत की तैयारी की गई है। बेलारूस के विदेश मंत्रालय की ओर से इस संबंध में ट्वीट कर जानकारी दी गई है।
बेलारूस के शहर गोमेल में होने वाली है। रूस ने पहले ही अपने प्रतिनिधिमंडल को भेज दिया था और यूक्रेन को बातचीत के लिए आने का न्योता दिया था। अब इसे यूक्रेन ने भी स्वीकार कर लिया है और उनका प्रतिनिधिमंडल बेलारूस पहुंच गया है। इस बीच रूसी मामलों को समझने वाले जानकारों का कहना है कि दोनों देशों का बातचीत की मेज पर आना सकारात्मक है और इसके बेहतर परिणाम दिख सकते हैं। विदेश मंत्रालय ने बातचीत के वेन्यू की तस्वीर शेयर करते हुए ट्वीट किया, ‘बेलारूस में रूस और यूक्रेन के बीच बातचीत के लिए सब कुछ तैयार है। प्रतिनिधिमंडलों के पहुंचने का इंतजार किया जा रहा है।’
इसके अलावा रूस का भी यह रुख बड़े संकेत देता है। एक तरफ परमाणु हमलों की धमकी से रूस ने नाटो को पीछे हटने का संकेत दिया है तो वहीं बातचीत के जरिए यूक्रेन को साधने की कोशिशें शुरू कर दी हैं। इससे साफ है कि रूस अपने पड़ोसी देश का साथ किसी भी तरह की डील में नाटो या अन्य किसी ताकत का दखल नहीं चाहता है। कहा जा रहा है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लुकाशेंको के बीच फोन पर बातचीत हुई थी। इसके बाद रूस के साथ यूक्रेन ने बातचीत को लेकर सहमति जाहिर की। रूस और यूक्रेन मसले के जानकारों का कहना है कि भले ही रूस की सेना मजबूत है, लेकिन यूक्रेन की सेना भी ताकत के साथ लड़ी है। यही वजह है कि 5 दिनों तक युद्ध के खिंचने के बाद भी रूस कीव पर कब्जा करने में सफल नहीं हो पाया है। जंग के लंबे खिंचने को रूस के पक्ष में माना जा रहा है।