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शादी के बाद बेटे ने मां को नहीं बतानी चाहिए ये बात, नहीं तो पत्नी के साथ बिगड़ सकता हैं रिश्ता


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मुंबई : शादी किसी भी इंसान के जीवन को काफी प्रभावित करती है। पुरुष हो या फिर महिला शादी जीवन में कई बदलाव लेकर आती है। शादी से पहले लड़के मां के दुलारे होते हैं। शादी से पहले बेटा मां को अपनी हर छोटी बात बताते है। ऐसे में शादी के बाद कुछ बदलाव जरूरी है।

हमारा कहने का ये अर्थ नहीं है कि बेटा अपनी मां से बात करना कम कर दें या छोड़ दें। शादीशुदा जिंदगी में तालमेल बनाए रखने के लिए बेटे को यह तय करना होगा कि वह अपनी मैरिड लाइफ की कौन सी बात मां से शेयर करें और कौन सी चीजें मां से शेयर ना करें। क्योंकि इन सब का असर शादीशुदा जिंदगी पर पड़ता है।

इससे आप अपनी मां और पत्नी के बीच सही संतुलन बना सकते हैं। जो लड़के अपनी मां को सारी बात बताते हैं अक्सर उनकी पत्नी को इस बात की शिकायत होती है। जिससे उनकी शादी में काफी दिक्कतें आने लगती है।

चलिए जानते हैं शादी के बाद लड़के को अपनी मां से मैरिड लाइफ की कौन सी बात शेयर करनी और कौन सी नहीं।

पति पत्नी की प्राइवेट बातें
शादी के बेटे को अपनी मां से अपने निजी मामले की बात शेयर नहीं करनी चाहिए। पति-पत्नी के निजी मामले को मां से दूर रखना चाहिए, इससे चीजें खराब हो सकती हैं। अक्सर शादी के बाद घर के बड़े लोग कपल से बच्चे की उम्मीद करते हैं।

बेबी प्लान करना पति पत्नी का निजी मामला होता है ऐसे में अगर आप अपनी मां से इस बारे में बात करते हैं तो आपकी शादीशुदा जिंदगी में परेशानी आ सकती है।
पत्नी के घरवालों की बुराई
किसी भी लड़की को अपने घरवालों की बुराई पसंद नहीं होती है। ऐसे में कभी भी अपनी मां से पत्नी के घरवालों की बुराई नहीं करनी चाहिए। क्योंकि भारत में शादी केवल दो लोगों के बीच नहीं बल्कि दो परिवार के बीच में होती है। लड़की के साथ साथ लड़की का परिवार भी आपका परिवार है। ऐसे में ध्यान रखें कि आप अपनी मां से ससुराल की बुराई ना करें।

पत्नी से साथ हुआ मतभेद
शादी के बाद अक्सर मां बेटे और बेटी की शादीशुदा लाइफ को लेकर परेशान रहती हैं। मां बेटे की शादीशुदा लाइफ के बारे में बात करती है सब ठीक है या नहीं कोई परेशानी तो नहीं है। ऐसे में कभी भी मां से पत्नी के साथ हुए मतभेद के बारे में नहीं बताना चाहिए। क्योंकि इसका असर आपकी शादीशुदा जिंदगी पर पड़ सकता है।

किसी भी लड़की को नहीं पसंद होता है कि उसका लाइफ पार्टनर उसकी कमी किसी को भी बताएं चाहे वह उनकी मां क्यों ना हो।

हमारा कहने का ये अर्थ नहीं है कि आप अपनी मां से घर से जुड़े मुद्दे पर बात ना करें। आप मां से घर से जुड़े मुद्दे पर सलाह ले सकते हैं। लेकिन इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि आप अपनी मां को पत्नी के साथ हुए मतभेद के बारे में ना बताएं लेकिन घर से जुड़े मुद्दे पर उनकी राय जरूर लें।

हर काम से पहले मां पर निर्भर रहना
शादी के बाद अगर आप अपने निजी फैसले लेने के लिए मां पर निर्भर है तो यह आपके मैरिड लाइफ को परेशानी में ला सकता है। शादी के बाद लड़के अगर अपने निजी मामले के फैसले मां से सलाह लेने के बाद करते है तो उससे पत्नी के साथ मतभेद होना एकदम तय है।

ऐसे में अपने हर काम के लिए मां पर निर्भर होना छोड़ दें। आप किसी काम को करने के लिए पत्नी की भी सलाह लें सकते हैं।

हम ऐसा नहीं कह रहे हैं कि आप अपनी मां को किसी भी काम के बारे में न बताएं बल्कि आप किसी भी काम करने से पहले अपनी पत्नी से भी सलाह लें। इससे आपकी शादीशुदा लाइफ परिपक्व होगी।

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