मुंबई – हिंदी सिनेमा के कलाकार सिर्फ अपने अभिनय के लिए ही नहीं बल्कि हंसते हुए कैंसर की जंग जीतने के लिए (Bollywood Actress Fight With Cancer) भी एक मिसाल कायम की है. मनीषा कोइराला से लेकर किरण खेर तक कई एक्ट्रेज़ मौत को ठेंगा दिखाकर वापस आई हैं. वैसे भी कहा जाता है जहां चाह होती है. इच्छाशक्ति होती है वहां आपको आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता. कई ऐसे बॉलीवुड सितारे हैं जो कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी का शिकार हो गए. इसके बावजूद भी वो टूटे नहीं बल्कि जिंदादिली से हंसते हुए इस गंभीर से लड़ते हुए नज़र आए.
बॉलीवुड की इस बाकमाल अदाकारा साल 2019 में हाई ग्रेड कैंसर से डायग्नोज हुई थीं. सोनाली ने इस खबर को सोशल मीडिया के ज़रिए अपने फैन्स के साथ बांटा था. इस खबर ने पूरे देश को एक बार फिर से निराश कर दिया था. सोनाली ने इसके बाद न्यूयॉर्क में अपना इलाज कराने का फैसला लिया और लंबे वक्त के बाद उन्होंने कैंसर से आखिर जंग जीत ही ली.
बॉलीवुड के युवा और स्टार एक्टर आयुष्मान खुराना की पत्नी ताहिरा कश्यप ने भी कैंसर के खिलाफ एक लंबी लड़ाई लड़ी है. ताहिरा ने भी इस बीमारी का एलान सोशल मीडिया के ज़रिए ही किया. साल 2018 में ताहिरा स्तन कैंसर के चपेट में आई थी लेकिन इस खूबसूरत लेखक और निर्देशक ने बड़ी हिम्मत से इस जंग में जीत दर्ज की.
बी टाउन की दिग्गज अदाकारा मनीषाकोइराला भी इस बीमारी से अछूत नहीं रह पाई. 42 साल की उम्र में इस एक्ट्रेस को ओवेरियन कैंसर से जूंझना पड़ा था. साल 2012 में मनीषा को इसके बारे में पता चला फिर उसके बाद लगभग 6 महीने तक अमेरिका में इनका इलाज चला. 2013 में वो पूरी तरीके से रिकवर हो चुकी थीं. ‘दिल से’ फेम एक्ट्रेस ने कैंसर को हराकर एक किताब भी लिखी जिसमें उन्होंने इस दौरान की परिस्तिथियों और संघर्ष के बारे में लिखा. किताब का नाम है ‘Healed: How Cancer Gave Me A New Life’.
हिंदी सिनेमा की एक्ट्रेस किरण खेर लंबे समय बाद काम पर लौटी हैं. वे इंडियाज गॉट टैलेंट के 9वें सीजन को जज कर रही हैं. कैंसर की वजह वो लंबे समय तक काम से दूर रहीं. बता दें, एक्ट्रेस और भारतीय जनता पार्टी के चंडीगढ़ से सांसद किरन खेर ब्लड कैंसर ( मल्टीपल मायलोमा) से पीड़ित हैं.
बता दें, कैंसर एक गंभीर और दर्दनाक बीमारी है. इसका इलाज संभव है. इसी जागरूकता को फैलाने कि लिए हर साल 4 फरवरी को वर्ल्ड कैंसर डे मनाया जाता है. कैंसर से लड़ने के लिए देश और दुनिया भर में कई कदम उठाए जा रहे हैं जिसके फलस्वरूप कुछ रूहों को ज़िंदगी वापस भी मिल रही है.