Ayodhya Ram Mandir:जाने अयोध्या राम मंदिर के मुख्य पुजारी मोहित पांडे के बारे में
नई दिल्ली – भगवान रामजी की नगरी अयोध्या देशभर के लोगों और विशेषकर सनातन प्रेमियों के लिए महान आध्यात्मिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व रखती है. अयोध्या में भव्य राम मंदिर के गर्भ गृह की प्राण-प्रतिष्ठा और मंदिर के अभिषेक के लिए सोमवार, 22 जनवरी 2024 की तारीख तय की गई है. वहीं 24 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मंदिर का उद्घाटन किया जाएगा. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर कई जाने-माने लोग शामिल होंगे. वहीं प्रधानमंत्री के हाथों रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होगी. फिलहाल मंदिर का कार्य और तैयारी जोरों पर है.
पुजारी मोहित पांडे की एक ‘गंदी’ फोटो सोशल मीडिया पर वायरल
पुजारी मोहित पांडे की एक ‘गंदी’ फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. इस आपत्तिजनक फोटो को वायरल करने के मामले में अहमदाबाद पुलिस ने एक्शन लेते हुए कांग्रेस नेता को गिरफ्तार किया है. अहमदाबाद की साइबर क्राइम पुलिस ने कांग्रेस नेता हितेंद्र नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है. आपको बता दें कि हाल के दिनों में मोहित पांडे राम मंदिर का पुजारी नियुक्त किए जाने पर काफी चर्चा पर रहे थे.पुलिस ने बताया है कि आरोपी हितेंद्र पर महिलाओं का अपमान करने समेत विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई की है. पुलिस ने हितेंद्र के खिलाफ आईपीसी की धारा 469, 509, 295A और आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है. बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेता ने पुजारी मोहित की एक महिला के साथ आपत्तिजनक फोटो अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर की थी. इसके साथ लिखा था, क्या इस शख्स को राम मंदिर का पुजारी बनाया जा रहा है? इसके बाद सोशल मीडिया पर कई लोगों ने इस पोस्ट शेयर और कमेंट किया.
मोहित पांडेय को राम मंदिर का मुख्य पुजारी चुन लिया
अयोध्या में बन रहे भव्य एवं दिव्य राम मंदिर में 22 जनवरी, 2024 को प्राण प्रतिष्ठा होनी है.इसी बीच मीडिया में खबर चलने लगी कि उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के रहने वाले मोहित पांडेय को राम मंदिर का मुख्य पुजारी चुन लिया गया है.कई मीडिया संस्थानों ने चलाया कि 3000 पुजारियों के आवेदन स्वीकार किए गए थे, जिनमें से अंत में 50 को चुना गया और उनमें मोहित पांडेय का नाम है और उन्हें मुख्य पुजारी चुना गया है। वो दूधेश्वर वेद विद्यापीठ के छात्र रहे हैं.
अयोध्या आ रहे हैं रामलला, मंदिर क्यों है विशेष
भारतवर्ष में कई प्रसिद्ध, प्राचीन और एतिहासिक मंदिर हैं. लेकिन अयोध्या का राम मंदिर इसलिए भी खास है, क्योंकि करीब 500 साल की लंबी लड़ाई के बाद श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हो पाया. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के करीब चार साल बाद अयोध्या में निर्माण कार्य शुरू हुआ, जिसमें लगभग 90 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है. कहा जा रहा है कि, अयोध्या में ऐसा राम मंदिर बनाया गया है, जिसे आने वाले हजार वर्षों तक मरम्मत की कोई जरूरत नहीं होगी. इतना ही नहीं नागर शैली में कराए रामलला के इस भव्य मंदिर की पहचान युगों-युगों तक रहेगी. बता दें कि मंदिर का डिजाइन प्रसिद्ध आर्किटेक्ट चंद्रकांत भाई सोमपुरा द्वारा किया गया है.