कपड़ों की जगह पीपीई किट पहन पुरुष वार्ड में पहुंची नर्स
मास्को : यहां के एक पुरुष male कोरोना वार्ड में एक महिला नर्स Nurse कपड़ों की जगह पीपीइ किट पहनकर पहुंच गयी। अब फोटो वायरल होने के बाद उसकी नौकरी पर बन आयी है। रूसी अस्पताल के male कोरोना वार्ड में अंडर गारमेंट्स के ऊपर पारदर्शी पीपीई किट पहनने वाली Nurse को अब अपनी नौकरी जाने का डर लग रहा है।
बता दें कि इस महिला Nurse की तस्वीर सोशल मीडिया में खूब वायरल हुई थी, जिसके बाद रूसी क्षेत्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू कर दी। मंत्रालय ने कहा कि Nurse ने यूनिफार्म के नियमों को तोड़ा है इसलिए उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। महिला Nurse के समर्थन में अस्पताल के डॉक्टर्स, दूसरे सहकर्मी और राजनेता भी उतर आए हैं। उन्होंने अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए मांग की है कि कोरोना वायरस वार्ड में काम करने वालों को सही पीपीई किट मुहैया कराएं। उन्होंने कहा कि जो पीपीई किट उपलब्ध करवाया गया वह इतना पतला था जो स्वास्थ्यकर्मियों को नुकसान पहुंचा सकता है।
मास्को के 100 मील की दूरी पर स्थित टूला के रीजनल क्लिनिकल हॉस्पिटल में एक मरीज ने इस तस्वीर को सोशल मीडिया में पोस्ट किया था। Nurse ने अपनी सफाई में अस्पताल प्रशासन से कहा कि उसे इस बात का अहसास नहीं था कि उसने जो पीपीई किट पहना है वह ज्यादा पारदर्शी है। अस्पताल प्रशासन ने जांच के दौरान पहले कहा कि महिला ने पीपीई किट के नीचे अंडर गारमेंट्स पहना था। लेकिन, उन्होंने बाद में दावा किया कि वह अंडर गारमेंट नहीं बल्कि स्विमिंग सूट था। बता दें कि Nurse ने घटना पर सार्वजनिक रूप से बात नहीं की है और उसके खिलाफ अब अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा रही है।
हालांकि सोशल मीडिया में कई लोगों ने नर्स का सपोर्ट भी किया, वहीं कई ने आलोचना भी की। समर्थकों ने कहा कि चिल्लाना तो अस्पताल प्रबंधन पर चाहिए, महिला नर्स ने गर्मी के कारण ऐसा किया। जबकि कई ने कहा कि घोर निराशा से डूबे कोरोना वायरस के मरीजों में आशा का संचार किया। बता दें कि रूस में कोरोना संक्रमण के तीन लाख से ज्यादा मामले सामने आए हैं जबकि, 2837 मरीजों की मौत हो चुकी है। कई विशेषज्ञों ने रूस में कोरोना के मरीजों के मौत पर सवाल भी उठाए हैं।