मुंबई – टीवी अभिनेत्री निया शर्मा किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं। साल 2010 में ‘काली- एक अग्निपरीक्षा’ शो से अपने टेलीविजन करियर की शुरुआत करने वालीं एक्ट्रेस निया शर्मा को ‘एक हजारों में मेरी बहना है’ से खूब पॉपुलैरिटी मिली। इसमें क्रिस्टल डिसूजा, करण टेकर और कुशाल टंडन भी अहम रोल में थे। इसके बाद, निया ने ‘जमाई राजा’, ‘इश्क में मरजावां’ और ‘नागिन 4: भाग्य का जहरीला खेल’ जैसे कई सुपरहिट शोज किए।
हाल ही में निया शर्मा ने एक इंटरव्यू में ओटीटी को लेकर बात की है। इस दौरान उन्होंने बताया कि उन्हें ऐसा क्यों लगता है कि वेब सीरीज की दुनिया में चीजें टेलीविजन से कहीं बेहतर हैं। निया शर्मा का कहना है कि टीवी के सेट पर आरको फॉर ग्रांटेड लिया जाता है और एक अभिनेता से काम करते रहने वाले खच्चर की तरह व्यवहार किया जाता है।
‘मुझे लगता है कि अगर आप टीवी सेट पर काम कर रहे हैं, तो आप दिन-ब-दिन लगातार काम करते रहते हैं। आपको ग्रांटेड लिया जाता है। आपके साथ एक अभिनेता की तरह नहीं बल्कि एक खच्चर की तरह व्यवहार किया जाता है। मुझे लगता है कि वेब सीरीज की दुनिया में चीजें कहीं बेहतर हैं और अभिनेताओं को उचित सम्मान दिया जाता है।’