नई दिल्ली – कोरोना की तीसरी लहर ने भारत में दस्तक दे दी है। एक दिन में एक लाख से ज्यादा कोरोना संक्रमण के मामले सामने आने लगे हैं। ऐसे में पिछले दो साल की तरह बीसीसीआई को आईपीएल के आयोजन की चिंता सताने लगी है। कोरोना संकट की वजह से बीसीसीआई को पिछले दो सीजन में आईपीएल का आयोजन यूएई में करना पड़ा था।
भारत में आईपीएल के 14वें सीजन का आगाज हुआ था लेकिन कोरोना के बायो बबल में सेंध मारने के बाद इसे स्थगित कर दिया गया और दूसरे चरण का आयोजन फिर से यूएई में किया गया। ऐसे में कोरोना के तीसरी लहर के आगाज के साथ ही बीसीसीआई ने आईपीएल-15 के आयोजन की प्लानिंग शुरू कर दी है।
बीसीसीआई कोरोना संकट के मद्देनजर कार्यक्रम में भी बदलाव करके डबल हेडर मैचों की संख्या में कटौती करने का विचार कर रहा है। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक आईपीएल 15 का आगाज 2 अप्रैल को होना है। ऐसे में टूर्नामेंट की शुरुआत की तारीख को एक सप्ताह के लिए पीछे सरकाया जा सकता है। ऐसे में टूर्नामेंट का आगाज 25 मार्च को हो सकता है। हालांकि इन सभी योजनाओं को अमलीकरण कोरोना की स्थिति को देखकर किया जाएगा।
बीसीसीआई के पास आखिरी विकल्प यूएई में लगातार तीसरे साल आईपीएल के आयोजन का है। जहां वो खिलाड़ियों की पूरी सुरक्षा के साथ सफलतापूर्वक टूर्नामेंट का आयोजन कर चुका है। हालांकि इस विकल्प पर फिलहाल कोई चर्चा नहीं हुई है।
बीसीसीआई के पास आईपीएल के आयोजन के दो रास्ते हैं। पहला रास्ता 10 टीमों के साथ होम-अवे मैच वाले फॉर्मेट में मैच खेले जाएं। जो स्टेडियम जिस टीम का है वहां पर मुकाबले हों। बीसीसीआई के पास दूसरा रास्ता मुंबई के तीन स्टेडियम (वानखेड़े, सीसीआई और डीवाई पाटिल स्टेडियम) में सीजन के पूरे मैचों के आयोजन का है। जहां सभी टीमें अपने सभी मुकाबले खेलेंगी। जैसा कि यूएई में शारजाह, दुबई और अबुधाबी के स्टेडियम में होता है।