सर्दियों में रोजाना मूली खाने के फायदे है अनगिनत
मुंबई – सर्दियों के मौसम में स्वास्थ्य का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है। सर्दियां आते ही सब्जी बाजार में सीजनल फलों और सब्जियों की बहार आ जाती है। ज्यादातर घरो में किचन में मूली का इस्तमाल अक्सर होता है। हम अक्सर सलाद में मूली के पत्तों को मिला लेते है। इससे सलाद का स्वाद बढ़ जाता है। मूली खाने कच्चा, पकाकर और अचार के रूप में भी खाया जा सकता है।
मूली का उपयोग सलाद और सूप में सबसे ज्यादा किया जाता है। लेकिन न केवल मूली बल्कि इसके पत्ते भी पौष्टिकता से भरपूर है। आमतौर पर कई लोग इन्हें बेकार समझकर फेंक देते है। लेकिन इन्हें फेंक देने का मतलब है अपने स्वास्थ्य का नुकसान करना। क्योंकि केवल मूली ही नहीं, इनके पत्ते भी स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है। मूली में पाए जाने वाले बहुत सारे विटामिन और मिनरल्स आपकी सेहत को दुरुस्त बनाते है। अगर आप अपने आहार में इन पत्तों को शामिल कर लें, तो कई रोगों से बचना आसान हो जाएगा।
मूली में कैल्शियम और मैग्नीशियम पाया जाता है। इसे खाने से प्रतिरोधक क्षमता बढती है। मूली खाने से दिल की बीमारी का खतरा कम होता है और ब्लड फ्लो अच्छा रहता है। अपना ब्लड शुगर लेवल मेंटेन करने के लिए लोग क्या कुछ नहीं करते। फिर भी कई बार खाने में परहेज करने या फिर रोजाना दवाई खाने के बावजूद ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है। मूली के पत्तों में भरपूर मात्रा में पौष्टिक तत्व पाए जाते है जिनसे ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
डायबिटीज का रिस्क करता है कम :
मूली में केमिकल कंपाउंड होते है, जो खून में शुगर के स्तर को रेगुलेट करता है। मूली खाने से शरीर में नेचुरल एडिपोनेक्टिन (प्रोटीन हार्मोन) बनते है। शरीर में इसका स्तर ज्यादा रहने से शुगर का लेवल कंट्रोल रहता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट भी होता है, जिसकी वजह से डायबिटीज नहीं होता। मूली में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है जिसके चलते मूली खाने से ब्लड शुगर का लेवल इफेक्ट नहीं होता।
कैंसर से बचाव :
मूली में पर्याप्त मात्रा में ग्लूकोसाइनोलेट्स-सल्फर कंपाउंड होते है जो कैंसर का कारण बनने वाले जेनेटिक म्यूटेशन से कोशिकाओं की रक्षा करता है। यह ट्यूमर सेल्स भी नहीं बनने देता।
दिल की सेहत के लिये अच्छा :
मूली में एंटीऑक्सिडेंट और कैल्शियम और पोटैशियम जैसे मिनरल्स होते है। यह ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखता है और दिल की बीमारी के खतरे से बचाता है। मूली भी प्राकृतिक नाइट्रेट का एक अच्छा स्रोत है जो रक्त प्रवाह में सुधार करता है।
कैंसर से बचाव :
मूली में पर्याप्त मात्रा में ग्लूकोसाइनोलेट्स-सल्फर कंपाउंड होते है जो कैंसर का कारण बनने वाले जेनेटिक म्यूटेशन से कोशिकाओं की रक्षा करता है। यह ट्यूमर सेल्स भी नहीं बनने देता।
थकान दूर करें :
अगर आपका शरीर अक्सर थका हुआ रहता है, तो आपको मूली के पत्तों का सेवन शुरू कर देना चाहिए। इसमें उच्च मात्रा में मौजूद आयरन और फास्फोरस बॉडी की इम्युनिटी को बढ़ाने के लिए जाना जाता है। वहीं विटामिन सी, विटामिन ए, थियामिन जैसे मिनरल्स भी थकान से निपटने में मदद करते है।
पीलिया ठीक करें :
मूली के पत्तों में पीलिया जैसे रोगों का इलाज करने के गुण है। पीलिया में जब व्यक्ति का शरीर पीला पड़ जाता है, इस स्थिति में मूली के पत्ते बहुत असरदार होते है। जानकारी के अनुसार, मूली के पत्तों का उपयोग खून के भीतर ऑक्सीजन की आपूर्ति को बेहतर बनाने के लिए होता है, जो त्वचा का पीलापन हटाते हैं। पीलिया के लक्षण दिखने पर इसकी पत्तियों को कुचलें और इसके अर्क को छलनी से छान लें। इस रस को रोजाना दस दिनों तक पीएं। पीलिया एकदम ठीक हो जाएगा।
गठिया रोग में आराम दिलाएं :
गठिया में घुटनों में सूजन की वजह से व्यक्ति का चलना तो दूर, कुछ देर खड़ा होना भी मुश्किल हो जाता है। मूली में बहुत सारे पोषक तत्व और विटामिन होते है, जो हमारे स्वास्थ्य को स्वस्थ बनाने के लिए काफी है। मूली के पत्तों के अर्क को समान मात्रा में चीनी और पानी के साथ मिलाकर पेस्ट बनाएं। इस पेस्ट को घुटनों के जोड़ों पर लगाने से दर्द में बहुत आराम मिलेगा।