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Breaking: RBI की Monetary Policy में नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं


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नई दिल्ली – हालही में RBI गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता में RBI की Monetary Policy के तहत मौद्रिक नीति समीक्षा के लिए हर दो महीने में होने वाली तीन दिवसीय बैठक आज संपन्न हो गई। कोराना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमिक्रॉन’ की भयावह रूप के बीच भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक समिति आज अपना फैसला सुना दिया है। RBI बुधवार को लगातार नौवीं बार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं करने का ऐलान किया है। रेपो रेट 4 फीसदी पर बरक़रार रहा।

RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने बैठक के बाद बताया कि मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने नीतिगत रेपो दर को 4% पर रखने के लिए सर्वसम्मति से मतदान किया और रुख उदार बना रहा। MSF दर और बैंक दर 4.25% पर अपरिवर्तित है। इसके साथ ही रिवर्स रेपो रेट को भी 3.35% पर अपरिवर्तित रखा गया है। रिजर्व बैंक फीचर फोन उपयोगकर्ताओं के लिए UPI आधारित पेमेंट प्रोडक्ट लॉन्च करने पर विचार कर रहा है। रिजर्व बैंक ने लगातार 9वीं बार ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। इससे पहले, केंद्रीय बैंक ने आखिरी बार 22 मई 2020 को ब्याज दरों में बदलाव किया था।

रिजर्व बैंक वृद्धि दर को पटरी पर लाने और उसे सतत आधार पर बनाये रखने के लिए उदार रुख बरकरार रखेगा। RBI बैंकों को विदेशी शाखाओं में पूंजी डालने की अनुमति देगा, उनकी पूर्व अनुमति के बिना लाभ प्रत्यावर्तित करेगा। कच्चे तेल की कीमत नवंबर में नरम हुई, इससे घरेलू बाजार में लागत के स्तर पर दबाव कम होगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि पेट्रोल, डीजल के मूल्यों पर टैक्स की दरें कम होने से खपत मांग को मदद मिलनी चाहिए।

भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था सबसे बड़ी गिरावट से बाहर आ गयी है, हम Covid19 महामारी से निपटने के लिए बेहतर रूप से तैयार है। वैश्विक स्तर पर अर्थव्यवस्थाएं खुल रही है, गतिविधियों का स्तर महामारी पूर्व स्तर पर पहुंच रहा है। भारतीय अर्थव्यवस्था दूसरे देशों की तुलना में सुधार के मार्ग पर तीव्रता से बढ़ रही है लेकिन वैश्विक स्तर पर होने वाले घटनाक्रमों से बच नहीं सकती है। अप्रैल-जून 2020 तिमाही के दौरान, जब RBI ने पिछली बार नीतिगत दरों में बदलाव किया था, भारत की GDP में 24.4 प्रतिशत की गिरावट आई थी। वहीं अप्रैल-जून 2021 तिमाही के दौरान अर्थव्यवस्था ने 20.1 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। हाल मे आए आंकड़ों को देखें तो GDP ने जुलाई-सितंबर 2021 तिमाही में 8.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह 7.4 प्रतिशत थी।

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