मुंबई – हस्बैंड और वाइफ का एक-दूसरे को सपोर्ट करना और बातों को समझना बेहद जरूरी होता है, जिसमें खूबियों के साथ खामियां भी शामिल होती है। मगर आप अपने रिश्ते को किस तरह से हैंडल कर रहे है मायने यह रखता है। विद्या बालन वह भारतीय अभिनेत्री है जिसने कई बॉलीवुड फिल्मों में अभिनय किया है।
बालन, अपने केरियर की शुरुआत म्यूजिक विडियोस, सोअप ओपेरस और कॉमर्शियल विज्ञापन से की थी। और उसने फ़िल्म के क्षेत्र में बंगाली फ़िल्म, भालो थेको (2003) से अपने केरियर की शुरुआत की। बाद में उसने हिन्दी फिल्मों में अपना केरियर फ़िल्म परिणीता (2005) से शुरुआत की, जिसके लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ उभरती अभिनेत्री के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार से नवाजा गया और उनकी पहली सफल व्यवसायिक फ़िल्म थी राजकुमार हिरानी की लगे रहो मुन्नाभाई (2006) इस प्रकार बालन ने स्वयं को एक सफल अभिनेत्री के रूप में स्थापित किया I
हम आपके लिए विद्या बालन की ब्यूटी और इनकी खूबसूरत त्वचा से जुड़ी कुछ ऐसी जानकारियां लेकर आए है। आप विद्या बालन के इन सीक्रेट्स को अपनी दैनिक जीवन का हिस्सा बनाकर केवल अपने लुक्स ही नहीं बल्कि अपनी लाइफ को भी बेहतर बना सकते है। विद्या एक सामान्य परिवार से तालुक रखनी है। इनका बचपन हर आम भारतीय लड़की की तरह कई तरह की चुनौतियों और संघर्षों से भरा था। लेकिन माता-पिता के प्यार और बहन के साथ से विद्या बालन ने जीवन की हर बड़ी चुनौती को हरा दिया और आज सबकी चहेती बनी हुई है। खुद को एक बेहतर इंसान बनाने का श्रेय विद्या अपनी इस संघर्ष से भरी यात्रा को भी देती है और अपने पैरंट्स से मिले संस्कारों को भी।
विद्या बालन से इनकी ग्लोइंग स्किन और खूबसूरती के बारे में पूछा गया तो विद्या कहती है कि मैं बहुत ईमानदारी के साथ कह रही हूं कि अपनी स्किन के लिए बहुत नहीं करती हूं। बस मेरी कोशिश रहती है कि मैं अपनी लाइफ को अधिक से अधिक सिंपल रख सकूं। विद्या कहती है कि बहुत मेकअप करना या पार्लर जाने का मुझे शौक नहीं है। मैं सिर्फ उतना करती हूं, जो जरूरी है। हालांकि शूट और काम के अनुसार तो जो डिमांड होती है, उसी को फॉलो करना होता है। लेकिन पर्सनल लाइफ में मैं मेकअप और फैशन को लेकर बहुत एक्सपेरिमेंट्स नहीं करती हूं। मुझे साड़ी पहनना बहुत पसंद है और साड़ी में मैं बहुत अच्छा फील करती हूं। मेरी एक गंदी आदत है कि मुझे अपने बालों में कंघी करना बिल्कुल पसंद नहीं है। क्योंकि मेरे बालों में छोटे-छोटे से नॉट्स बन जाते हैं, इससे कंघी करते वक्त इन्हें सुलझाने में बहुत दर्द होता है। इसलिए दिन में एक बार किसी तरह हिम्मत करके मैं अपने बाल बना लेती हूं।