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भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे मोदी और पुतिन


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नई दिल्ली – आज का दिन भारत के लिए यादगार बनने जा रहा है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 21वें वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन के लिए आज भारत आने वाले है। नई दिल्ली में 21वां भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में पुतिन हिस्सा लेंगे।

शिखर सम्मेलन के दौरान, पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन द्विपक्षीय संबंधों की संभावनाओं की समीक्षा करेंगे और दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा करेंगे। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस रक्षा समझौते के लिए पुतिन के इस दौरे को काफी अहम माना जा रहा है। पुतिन पीएम मोदी को एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम का मॉडल गिफ्ट करेंगे। इसके अलावा AK-203 असॉल्ट राइफल सौदा महत्वपूर्ण होगा। दोनों नेताओं के बीच सोमवार शाम हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय मुलाकात होगी जिसमें दोनों नेता ऊर्जा से लेकर अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी और हथियार उत्पादन के क्षेत्र में कई डील करेंगे।

विदेश मंत्रालय के अनुसार पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन शाम 5:30 बजे बैठक शुरू करेंगे। बता दे की नवंबर 2019 में ब्रासीलिया में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के इतर बैठक के बाद प्रधान मंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच यह पहली व्यक्तिगत बैठक होगी। इसके अलावा दोनों नेताओं के बीच सीधी और अनौपचारिक बातचीत का भी सत्र होगा। इस कड़ी में ही दोनों देशों के बीच पहली 2+2 वार्ता होगी। विदेश और रक्षा मंत्रियों की इस संयुक्त बैठक का फैसला पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच अप्रैल 2021 में हुई फोन पर हुई बातचीत के दौरान तय हुआ था। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सैन्य-तकनीकी सहयोग पर अपने रूसी समकक्ष शोयगु के साथ भी बातचीत करेंगे, जबकि विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने समकक्ष लावरोव के साथ बातचीत करेंगे।

सूत्रों के मुताबिक, रूस के राष्ट्रपति पुतिन दोपहर बाद दिल्ली पहुंचेंगे। वह सिर्फ 6-7 घंटे भारत में होंगे। इस बीच शाम 5:30 बजे हैदराबाद हाउस में दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय मुलाकात होगी। दोनों नेताओं के बीच सीधी और अनौपचारिक बातचीत का एक सत्र भी होगा। दोनों वैश्विक नेता ऊर्जा से लेकर अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी और हथियार उत्पादन के क्षेत्र में कई डील करेंगे। और इसी के साथ भारत और रूस की दोस्ती एक और नया इतिहास रचेगी। भारत के साथ 2+2 वार्ता में शामिल होने के लिए रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू भी दिल्ली में होंगे। जहां वो भारत में अपने समकक्ष विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के साथ अलग से मीटिंग करेंगे। जिसमें भारत और रूस मिलकर सैन्य और तकनीकी सहयोग पर चर्चा करेंगे। इसी 2+2 वार्ता के दौरान बातचीत की टेबल पर साझेदारी की योजनाओं को आगे बढ़ाएंगे।

शिखर सम्मेलन के लिए कुछ प्रमुख बिंदु :

  • भारत ने अमेठी के कोरवा में एक भारत-रूस संयुक्त उद्यम द्वारा ऐसी पांच लाख से अधिक राइफलों के उत्पादन के लिए लगभग 5,000 करोड़ रुपये के लंबित एके 203 कलाश्निकोव राइफल सौदे को मंजूरी दे दी है।
  • बैठक में जिन समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे उनमें व्यापार, ऊर्जा, संस्कृति, रक्षा और प्रौद्योगिकी शामिल होंगे।
  • भारत – रूस शिखर सम्मेलन में अगले दशक के लिए सैन्य-तकनीकी सहयोग के ढांचे को नवीनीकृत करने के लिए तैयार है।
  • वे भारतीय सशस्त्र बलों के लिए 200 जुड़वां इंजन कामोव-226टी हल्के हेलीकॉप्टरों के संयुक्त उत्पादन के लिए एक लंबे समय से लंबित परियोजना पर चर्चा कर सकते है।

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