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कम हो रही है चक्रवाती तूफान जवाद की ताकत


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आंध्र प्रदेश – साइक्लोन जवाद शनिवार को उत्तरी आंध्र प्रदेश में पहुंचने की संभावना के बीच राज्य सरकार ने तीन जिलों से 54,008 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है. जबकि ओडिशा में साइक्लोन को देखते हुए 19 जिलों में स्कूल और जन शिक्षा विभाग से संबद्ध सभी सरकारी, सहायता प्राप्त तथा निजी स्कूल आज बंद रहेंगे. खतरे को देखते हुए आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल और ओडिशा समेत पूर्वी राज्यों में राष्ट्रीय आपदा राहत बल (एनडीआरएफ) की 64 टीमों को तैनात किया गया है. आंध्र प्रदेश सरकार ने तटीय क्षेत्रों में राज्य आपदा राहत बल की टीमों को भी तैनात किया है.

मौसम विभाग ने आगाह किया कि निचले इलाकों के लोगों को सुरक्षित जगहों पर रहना चाहिए. चक्रवाती तूफान के कारण लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहना चाहिए क्योंकि इससे भूस्खलन होने की संभावना है. स्टेला सैमुअल ने यह भी बताया कि चक्रवाती तूफान की वजह से उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश या गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है. मछुआरों को भी समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी जाती है क्योंकि बंगाल की खाड़ी के ऊपर 90 से 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है. इसके उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर मुड़ने की संभावना है, ओडिशा तट के साथ रविवार दोपहर के आसपास पुरी के पास पहुंचेगा और धीरे-धीरे कमजोर होगा. इसके बाद, इसके उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर ओडिशा तट के साथ पश्चिम बंगाल तट की ओर बढ़ने तथा आगे कमजोर होने की संभावना है.

पुरि में चक्रवात आने की संभावना को देखते हुए तटीय इलाकों में NDRF की टीम तैनात की गई। NDRF के अधिकारी विश्वनाथ चौधरी ने बताया, “जवाद तूफान आने वाला है, इसके लिए हमारी एक टीम पुरी में तैनात है। अगर यहां परिस्थिति खराब होती है, तो उसके लिए हमारे पास बचाव के सभी उपकरण है।” आज और कल मछुआरों को समुद्र में जाना मना है। आज हमारे तटीय ज़िलों में भारी बारिश होने की संभावना है। कल भी उत्तर तटीय ज़िलों में भी भारी बारिश हो सकता है फिर 6 तारीख से बारिश बिलकुल कम हो जाएगी: एच.आर. बिस्वास, निदेशक,आईएमडी, भुवनेश्वर, ओडिशा

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