NCR दिल्ली में हवा की गुणवत्ता काफ़ी ख़राब, AQI पहुंचा 402 पर
नई दिल्ली – देश की राजधानी से जानी जाने वाली दिल्ली में लगातार लोगो को अच्छी सांस लेने के लिए जूझना पद रहा है। दिल्ली की हवा रविवार को लगातार तीसरे दिन गंभीर श्रेणी में रही। थोड़ी सी रहत के बाद फिर से दिल्ली में AQI का लेवल ख़राब होता जा रहा है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के दैनिक बुलेटिन के अनुसार वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 402 पर पहुंच गई। उम्मीद जतायी जा रही है की हवा की गति 1 दिसंबर से फिर से कम हो जाएगी, जिससे हवा की गुणवत्ता काफी हद तक बहुत खराब और गंभीर श्रेणियों के बीच रहेगी। बीते 24 घंटे में दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI ) 405 रहा। साथ ही NCR के शहर फरीदाबाद में भी हवा गंभीर स्तर पर रही। सोमवार से हवा की रफ्तार बढ़ने से आने वाले दिनों में सुधार के आसार है, हालांकि अगले 24 घंटे में हवा गंभीर से बहुत खराब श्रेणी में पहुंच सकती है। 0 और 50 के बीच के AQI को “अच्छा”, 51 और 100 को “संतोषजनक”, 101 और 200 को “मध्यम”, 201 और 300 को “खराब”, 301 और 400 को “बहुत खराब” और 401 और 500 को “गंभीर” माना जाता है।
वायु मानक संस्था सफर के मुताबिक, बीते 24 घंटे में पंजाब में 19, हरियाणा में 28 व उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक 257 जगह पराली जलने की घटनाएं रिकॉर्ड की गई है। इससे उत्पन्न होेने वाले PM2.5 की दिल्ली-NCR के प्रदूषण में न के बराबर हिस्सेदारी रही। हवा में PM10 का स्तर साढ़े तीन गुना यानी 350 व PM2.5 का स्तर सवा तीन गुना यानी 211 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर रिकॉर्ड किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, 30 अक्तूबर से लेकर 3 नवंबर तक 12565 पराली जलने की घटनाएं रिकॉर्ड की गई है। इससे प्रदूषण में पराली के धुएं की हिस्सेदारी सिर्फ आठ फीसदी रही, जबकि स्थानीय स्तर पर होने वाला प्रदूषण 69 फीसदी रहा।
अर्ली वार्निंग सिस्टम (EWS) के अनुसार 10 किमी / घंटा से कम औसत हवा की गति के साथ 6,000 m2/s से कम एक वेंटिलेशन इंडेक्स प्रदूषण के फैलाव के लिए प्रतिकूल है। दिल्ली में रविवार को न्यूनतम तापमान 10.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि सोमवार को भी पारा 10 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की उम्मीद है। सुप्रीम कोर्ट ने भी दिल्ली- राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में वायु प्रदूषण को लेकर दायर जनहित याचिका पर सोमवार को सुनवाई करेगा। दिल्ली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुरूप गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी में निर्माण कार्य और ढहाने संबंधी गतिविधियों पर दोबारा रोक लगा दी थी।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में निर्माण गतिविधियों पर रोक से प्रभावित होने वाले कामगारों को उनकी सरकार पांच-पांच हजार रुपये की वित्तीय मदद देगी और न्यूनतम वेतन में हुए नुकसान की भी क्षतिपूर्ति करेगी। दिल्ली में सोमवार को स्कूल, कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थान तथा सरकारी कार्यालय दोबारा खुलेंगे, लेकिन आवश्यक सेवाओं के अलावा अन्य ट्रक के दिल्ली में प्रवेश पर तीन दिसंबर तक रोक जारी रहेगी। सरकार ने सीएनजी और इलेक्ट्रिक ट्रक को प्रवेश की अनुमति दी है।