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कुछ ऐसी हैं विद्या बालन और सिद्धार्थ रॉय कपूर की मैरिड लाइफ


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मुंबई – वैवाहिक जीवन कहने के लिए तो बड़ा आकर्षक और संपूर्णता से परिपूर्ण जीवन होता है, लेकिन यह जीवन तभी सुखदायक होता है जब पति-पत्नी के बीच सामंजस्य, अटूट प्रेम, विश्वास, आपसी समझ हो. यह एक महत्वपूर्ण मसला है. हस्बैंड और वाइफ का एक-दूसरे को सपोर्ट करना और बातों को समझना बेहद जरूरी होता है, जिसमें खूबियों के साथ खामियां भी शामिल होती हैं. मगर आप अपने रिश्ते को किस तरह से हैंडल कर रहे हैं मायने यह रखता है. एक बार बॉलीवुड एक्ट्रेस विद्या बालन ने अपनी मैरिड लाइफ को लेकर कहा था कि वह कैसे इसे बैलेंस करती हैं.

विद्या ने एक इंटरव्यू के दौरान अपनी मैरिड लाइफ को लेकर कई सारे खुलासे किए थे. एक्ट्रेस ने कहा था, ‘मैं और मेरे पति साथ जरूर रहते हैं लेकिन जिम्मेदारियों पर अलग सोच रखते हैं. मेरी कई दोस्त हैं जिन्हें लगता है कि अगर मेरे पति मेरी बात को सुनते और समझते हैं, उसका सम्मान करते हैं तो ऐसा इसलिए क्योंकि मैं उनपर काबू रखती हूं. वहीं मेरे पति से कई दोस्त उनसे कहते हैं कि तुम अपनी वाइफ पर कंट्रोल नहीं रखते क्योंकि वह डॉमिनेटिंग नेचर की होगी,’

आगे उन्होंने बताया पार्टनर से पूछ कर काम करना कोई गलत बात नहीं है. लोग अक्सर डॉमिनेटिंग पार्टनर के डर में होने का ताना मारते हैं. लेकिन ऐसा होने के कारण पार्टनर्स के बीच फ्रेंडशिप बॉन्ड का होना होता है. हालांकि समाज में पति द्वारा पत्नियों को कंट्रोल करने का रिवाज बहुत पुराना चला आ रहा है, यही कारण है कि वाइफ की बात मानने पर उसे जोरू का गुलाम जैसे ताने मिलते हैं.

विद्या कहती है इस बात में कोई दोराय नहीं है कि शादी के बाद अक्सर महिलाओं पर जिम्मेदारी का बोझ डाल दिया जाता है, हालांकि विद्या ने जो बताया उससे साफ है कि उनके और सिद्धार्थ के बीच ऐसा कुछ भी नहीं है. दोनों आपस में बातचीत करके बातों पर गौर करते हैं और एक-दूसरे को बेहतर तरह से समझते भी हैं. मैरिड लाइफ में अपने पति या पत्नी को हर तरह से सपोर्ट करना आपके रिलेशनशिप को हेल्दी बनाने का काम करता है.

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