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इन टिप्स से जाने ब्रा का सही साइज, और खरीदते वकत रखे कुछ खास बातो का ख्याल


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नई दिल्ली – हर किसी की चाहत होती है कि वो कॉन्फिडेंट दिखें और उनकी पर्सनैलिटी अच्छी लगे. इसके लिए सिर्फ सही तरीके से उठना-बैठना या बोलना ही जरूरी नहीं होता. आपका लुक और पहनावा भी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. अगर महिलाओं की बात की जाए तो सिर्फ उनके आउटफिट ही नहीं, बल्कि सही अंडर गारमेंट्स, विशेष तौर पर सही ब्रा (Bra) का चुनाव भी उनके व्यक्तित्व को बेहतर बनाने में मददगार है. सही साइज की ब्रा (Correct size of bra) पहनना उतना ही जरूरी है जितना दिनचर्या के बाकी जरूरी काम. अगर आप सही साइज की ब्रा नहीं पहनती हैं तो आपके लुक के साथ-साथ आपके स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ सकता है.

ब्रा साइज नापने का तरीका (How to Measure Bra Size) :
जानकारी के मुताबिक 28, 30, 32, 34 ये ब्रेस्ट के नीचे के एरिया यानी पसलियों का साइज होता है. इसे बैंड साइज (Band size) कहा जाता है. A,B,C,D ब्रेस्ट साइज (Breast size) होता है, जिसे कप साइज (Cup size) भी कहते हैं. बैंड साइज मापने के लिए इंची टेप से ब्रेस्ट का माप लें और जो नंबर आए, उसमें 1 और जोड़ें. अगर ऑड नंबर आता है तो उसका अगला इवन नंबर आपका बैंड साइज होगा. अगर आपका नंबर 31 आता है तो आपका बैंड साइज 32 होगा.

टेप से ब्रेस्ट के उभरे हुए भाग को नापें. कप साइज जानने के लिए ब्रेस्ट-साइज और बैंड-साइज को अलग करें. यानी अगर ब्रेस्ट साइज 31 है और बैंड साइज़ 30 है तो दोनों का डिफरेंस 1 इंच है जिसका मतलब आपके कप का साइज A है. ठीक इसी तरह अगर दोनों के बीच अंतर 2 इंच का है तो कप साइज B है, 3 इंच है तो C है और अगर ये अंतर 4 इंच है तो कप साइज D होगा. हर 6 महीने में साइज चेक जरूर करें.

कुछ खास बाते :
आत्मविश्वास बढ़ेगा
महिलाओं के ऊपर हुई कई स्टडीज में ये बताया गया है कि जो महिलाएं ब्रा पहनती हैं वो खुद को ज्यादा आत्मविश्वास से भरा महसूस करती हैं. आपको बता दें कि उनका मानना है कि ब्रा पहनने के बाद उन्हें झिझक महसूस नहीं होती. ऐसे में इनका साइज सही होना बहुत जरूरी है. हांलाकि, यह सबकी अपनी पसंद और निजी राय है.

बॉडी पोस्चर रहता है ठीक
सही ब्रा पहनने से बॉडी पोस्चर सही रहता है. जिसके कारण खराब पोस्चर के कारण होने वाली स्वास्थ्य संबंधित दिक्कतों से बचा जा सकता है.

– ब्रा बैंड यानी ब्रा की हुक लगाने वाली बेल्ट या पट्टी पूरी तरह सही लगती और
आपकी पीठ के बीच में आती हो.
– हाथ उठाते समय बैंड ऊपर की तरफ न चढ़ता हो.
– ब्रा-स्ट्रैप और कंधों के बीच एक उंगली की जगह हो.
– ब्रा ब्रेस्ट को पूरी तरह कवर करती हो.

स्तनों को मिलता है सपोर्ट
ब्रा पहनने से स्तनों को सपोर्ट मिलता है. जिसके कारण ब्रेस्ट की त्वचा ढीली नहीं पड़ती.

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