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लाइफस्टाइल

8 घंटे से ज्यादा सोने से हो सकते है कई नुकशान


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मुंबई – आज-कल के इस भागदौड़ वाली जीवनशैली में हर कोई इतना व्यस्त हो गया है की अपने सेहत के प्रति सजग रहने का समय ही नहीं निकाल पाते। अच्छी सेहत के लिए पर्याप्त नींद लेना काफी जरूरी माना जाता है। रात में 7 से 8 घंटे की नींद देने से सेहत पर इसका अच्छा प्रभाव पड़ता है औक आप पूरे दिन फ्रेश फील करते है। लेकिन बहुत से लोग 7 या 8 घंटे से ज्यादा की नींद लेते है, जो कि काफी हानिकारक साबित हो सकता है।

ठंड के मौसम में हम में से अधिकतर लोग अपना ज्यादातर समय रजाई में ही गुजारना चाहते है। कई लोगों को लगता है कि रजाई में रहकर अधिक समय तक सोने से वो खुदको ठंड लगने और बीमार होने से सुरक्षित रख सकेंगे। लेकिन हाल ही में हुई एक स्टडी ने इस बात को गलत साबित किया है। स्टडी की रिपोर्ट के मुताबिक, 6 या 8 घंटे से ज्यादा समय तक सोने से दिल की बीमारी होने के साथ-साथ जल्दी मौत होने का खतरा भी बढ़ता है। नींद व्यक्ति की सेहत को गंभीर रूप से प्रभावित करती है। कई स्टडी की रिपोर्ट में भी ये बात साबित हो चुकी है कि जरूरत से ज्यादा सोने जरूरत से ज्यादा सोने से दिल की बीमारी के साथ समय से पहले मौत होने का खतरा भी बढ़ जाता है।

अगर आप नियमित रूप से 8 घंटे से ज्यादा की नींद लेते है तो आपको कई नुकसान हो सकते है। तो आइए इन नुकसानों के बारे में जानते है।

सिर दर्द :
देर तक सोने से दिमाग पर इसका उल्टा असर पड़ता है। इससे आपको सिरदर्द की समस्या भी हो सकती है।

डिप्रेशन :
देर तक सोने से आपको डिप्रेशन की समस्या भी हो सकती है। इसके अलावा आपको तनाव का सामना भी करना पड़ सकता है।

मधुमेह :
जो लोग रोजाना आठ घंटे से अधि‍क नींद लेते है उन्हें मधुमेह होने की संभावना उन लोगों की अपेक्षा दुगुनी होती है, जो आठ घंटे से कम नींद लेते है।

मोटापा :
जब आप सोते हैं तो आपकी शारीरिक गतिविधियां बिल्कुल कम हो जाती है। जिस वजह से आपकी बॉडी में कैलोरीज बढ़ जाती है जिसकी वजह से आपका मोटापा बढ़ सकता है। इससे आगे चलकर आपको हाई ब्लड प्रेशर और शुगर की समस्या भी बढॉ सकती है।

बैक पेन :
वे दिन गए जब पीठ दर्द के लिए डॉक्टर बेड रेस्ट की सलाह देते थे। पता चला है कि ज्यादा सोने की वजह से भी बैक पेन हो सकता है। ऐसे में बिस्तर से उठकर कुछ एक्सरसाइज करना ज्यादा सही रहेगा।

मृत्यु :
कई स्टडीज में यह बात सामने आई है कि ज्यादा सोने वालों में डेथ रेट उन लोगों की तुलना में कहीं ज्यादा होता है जो 7-8 घंटे की नींद लेते है। क्योंकि ज्यादा लंबी नींद लेने वाले लोगों में डिप्रेशन के लक्षण भी पाए जाते है, इसलिए उनके डेथ रेट का कनेक्शन इसी से जोड़ा गया है। तो फिर उठ जाइए और जिंदगी के मजे लीजिए।

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