Chanakya Niti: अपने शत्रु से कभी भी न करे घृणा
मुंबई – हमारे महान आचार्य चाणक्य ने आज के वक्त को लेकर जो भी बातें कहीं थीं, वो सही होती नजर आ रही है। उनकी कही हर एक बात में जीवन का गूढ़ रहस्य छिपा है। आचार्य के ग्रंथ नीति शास्त्र में उन्होंने धर्म, समाज, राजनीति, धन आदि तमाम विषयों के बारे में काफी कुछ कहा है, जो हर व्यक्ति को सही और गलत का भेद बताता है।
चाणक्य नीति के मुताबिक जो भी इंसान अपनी प्रेमिका या फिर पत्नी को एक सुरक्षा का अहसास करवाता है, उन दोनों के बीच जीवम में प्रेम कभी कम नहीं होता है। क्योंकि हर एक स्त्री अपने पति में पिता का स्वरूप देखती है। आपका दुश्मन हमेशा आपको उकसाने का काम करेगा, ताकि आपको क्रोध आए। क्योंकि क्रोध में इंसान की ताकत और सोचने समझने की शक्ति आधी हो जाता है। जिसका फाफदा आपके शत्रु को मिलता है। शत्रु के उकसाने पर हमेशा शांत ही रहें और सही समय आने पर अपना रिएक्शन पेश करें।
अगर आप अपने दुश्मन से घृणा करेंगे तो आपकी सोचने-समझने की ताकत खो जाती है। जिस कारण आप केवल उसकी कमजोरी देख पाते है और आप उसकी ताकत नहीं देख पाते। ऐसे में हमेशा अपने दुश्मन को भी दोस्त की तरह से ही देखना चाहिए और उसकी खूबियों पर भी विचार करना चाहिए। इतना ही नहीं एक बुद्धिमान इंसान को कभी भी अपनी आर्थिक तंगी की चर्चा किसी दूसरे से नहीं करनी चाहिए। अगर आप आर्थिक नुकसान से गुजर रहे है, तो इस बात को खुद तक सीमित रखें।
चाणक्य का भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान माना जाता है। ये अर्थशास्त्र, राजनीति शास्त्र के ज्ञाता होने के साथ ही एक महान दार्शनिक भी थे। इन्होंने अपनी नीतियों के माध्यम से नंदवंश का नाश करके चंद्रगुप्त मौर्य को राजा बना दिया। आज के दुनिया में हर किसी की अपनी-अपनी चाहत होती है। उन्होंने अपनी नीतियों को नीति ग्रंथ कही जाने वाली चाणक्य नीति में वर्णित किया है।