ऑफलाइन भी अब करा सकते है आधार का वेरिफिकेशन
नई दिल्ली – आधार कार्ड न केवल सरकारी योजनाओं के लिए बल्कि वित्तीय सेवाओं के लिए भी आवश्यक है। यह बैंक खातों, वाहनों और बीमा पॉलिसियों आदि से भी जुड़ा हुआ है। आधार कार्ड में व्यक्ति का नाम, जन्म तिथि, लिंग, पता और फोटोग्राफ सभी आवश्यक दस्तावेजों का विवरण होता है। आजकल किसी का आधार कार्ड उनके पास मौजूद लगभग हर व्यक्तिगत दस्तावेज़ से जुड़ा होता है, चाहे वह आपका पैन कार्ड हो या आपका ड्राइविंग लाइसेंस। इस डॉक्यूमेंट के बिना कोई भी सरकारी काम पूरा नहीं होता और ना ही आप किसी सरकरी सुविधा का फायदा उठा सकते है। हालांकि आधार कार्ड को लेकर एक अच्छी खबर सामने आ रही है।
आधार का वेरिफिकेशन ऑफलाइन भी कराया जा सकता है। सरकार ने हाल ही इस अपडेट को लेकर एक नोटिफिकेशन जारी किया है। अब लोग भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) द्वारा तैयार किए गए डिजिटल रूप से हस्ताक्षरित दस्तावेज को साझा करके अपने आधार का सत्यापन ऑफलाइन करा सकते है। इस दस्तावेज में धारक को सौंपे गए आधार नंबर के केवल अंतिम चार अंक होंगे। सरकार द्वारा जारी किए गए नियमों से यह पता चला है।
आधार (Authentication and Offline Verification) रेग्युलेशन-2021 को 8 नवंबर को अधिसूचित किया गया और मंगलवार को इसे आधिकारिक वेबसाइट पर प्रकाशित किया गया। इसमें ई-केवाईसी (e-KYC) (अपने ग्राहक को जानो) प्रक्रिया के लिए आधार के ऑफलाइन सत्यापन को सक्षम करने को लेकर एक विस्तृत प्रक्रिया का निर्माण किया गया है। UIADI ने ऑनलाइन सत्यापन पर मौजूदा प्रक्रिया के अलावा समय-समय पर प्राधिकरण की ओर से शुरू किए गए क्यूआर कोड सत्यापन, आधार पेपरलेस ऑफलाइन ई-केवाईसी सत्यापन, ई-आधार सत्यापन, ऑफलाइन पेपर आधारित सत्यापन और किसी अन्य प्रकार के ऑफलाइन सत्यापन को जोड़ा है।
यह नियम आधार धारक को डिजिटल रूप से हस्ताक्षरित दस्तावेज के रूप में साझा करने का विकल्प देता है, आधार पेपरलेस ऑफलाइन ई-केवाईसी, यूआईडीएआई द्वारा जनरेट आधार नंबर के अंतिम 4 अंक, डेमोग्राफिक डेटा जैसे नाम, पता, लिंग और जन्म तिथि और फोटोग्राफ ई-केवाईसी के लिए अधिकृत एजेंसी के साथ आधार नंबर धारक आदि से आप अपडेट कर सकते है। लेकिन अब आप रिफिकेशन के अन्य तरीके जैसे वन-टाइम पिन और बायोमेट्रिक आधारित प्रमाणीकरण भी ऑफलाइन विकल्पों के साथ जारी रहेंगे। आधार डेटा को सत्यापित करने के लिए अधिकृत एजेंसियां प्रमाणीकरण का कोई भी उपयुक्त तरीका चुन सकती है और सुरक्षा बढ़ाने के लिए कई कारक प्रमाणीकरण का विकल्प भी चुन सकती है।