नई दिल्ली – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय कोविड-19 टीका कोवैक्सीन को मान्यता देने के लिए सोमवार को अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष स्कॉट मॉरिसन को धन्यवाद कहा. उन्होंने ट्वीट किया, “भारत के कोवैक्सीन को ऑस्ट्रेलिया की मान्यता के लिए मैं अपने प्रिय मित्र स्कॉट मॉरिसन को धन्यवाद देता हूं यह कोविड-19 के बाद भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच साझेदारी में एक महत्वपूर्ण कदम है.”
ऑस्ट्रेलिया के औषधि और चिकित्सा उपकरण नियामक टीजीए ने कहा, “थेरापेटिक गुड्स एडमिनिस्ट्रेशन (टीजीए) ने तय किया है कि कोवैक्सीन (भारत बायोटेक द्वारा निर्मित) और बीबीआईबीपी-कोर वी (शिनोफार्म, चीन द्वारा निर्मित) को यात्रियों के टीकाकरण की स्थिति के लिए मान्यता दी जाएगी.” यह मान्यता 12 वर्ष और उससे अधिक आयु के यात्रियों के लिए है जिन्हें कोवैक्सीन का टीका लगाया गया है और उन 18 से 60 वर्ष के लोगों के लिए है जिन्हें बीबीआईबीपी-कोर वी का टीका लगाया गया है.
ऑस्ट्रेलिया के औषधि और चिकित्सा उपकरणों के नियामक ने सोमवार को भारत के कोविड-19 रोधी टीके कोवैक्सीन को औपचारिक रूप से मान्यता दी. इसके साथ ही देश की सीमा भी लगभग 20 महीनों में पहली बार फिर से खोल दी गई है. भारत बायोटेक के कोवैक्सीन और एस्ट्राजेनेका-ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के कोविशील्ड भारत में व्यापक रूप से इस्तेमाल किए जाने वाले दो टीके हैं. ऑस्ट्रेलिया कोविशील्ड को पहले ही मान्यता दे चुका है.