x
भारतराजनीति

यूपी सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव में अपनी जीत का पताका लहराने के लिए भाजपा पूरी तरह तैयार


सरकारी योजना के लिए जुड़े Join Now
खबरें Telegram पर पाने के लिए जुड़े Join Now

नई दिल्ली – अगले वर्ष पांच राज्यों में होनेवाले विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने तैयारी शुरू कर दी है। उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की औपचारिक घोषणा में अभी दो-ढाई महीने बाकी हैं, लेकिन भाजपा ने अपनी तैयारी का नगाड़ा बजा दिया है। इसके लिए भाजपा के केंद्रीय पदाधिकारियों की सोमवार को दिनभर बैठक चली।

इस बैठक में ये बाते सामने आयी की भारतीय जनता पार्टी हमेशा समाज के बीच, उनके काम को लेकर मौजूद रही है। यही काम लगातार चलता रहेगा। लिहाजा तैयारी पूरी है। यही संवाद, संपर्क और सेवा हमेशा बनाए रखना है। इस बैठक को संबोधित करते हुए अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि भाजपा वह पार्टी नहीं है जो केवल चुनाव में जनता के पास जाती है। नरेन्द्र मोदी सरकार की सामाजिक कल्याण की योजनाएं हर घर तक पहुंच रही है। उन्होंने ही ‘सेवा ही संगठन’ का मंत्र दिया था, जिसके जरिये भाजपा कार्यकर्ता लगातार जमीन पर मौजूद रहे है। यही मंत्र भाजपा को हमेशा प्रासंगिक बनाए रखता है और दूसरे दलों से अलग करता है। चुनाव सामने है और इसे जीतना भी है, लेकिन संवाद, संपर्क और सेवा का मूलमंत्र ही सबसे ऊपर है।

नड्डा ने कहा की उनकी ओर से विकास के काम में भी अवरोध खड़ा किया जाता है। कोरोना काल में भी राजनीतिक रोटी सेंकने और देश की छवि को धूमिल करने का प्रयास हुआ। जनता के सामने यह स्थिति भी स्पष्ट करनी होगी। उन्होंने केंद्र सरकार की तरफ से लगभग 100 करोड़ वैक्सीन दिए जाने के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद भी दिया। दिन भर चली इस बैठक को अन्य पदाधिकारियों ने भी संबोधित किया और पिछले दिनों में प्रधानमंत्री के साथ अलग-अलग उपाध्यक्षों, महासचिवों, प्रवक्ताओं व सचिवों की बैठक का भी जिक्र आया। उन बैठकों में भी प्रधानमंत्री ने इसी मूलमंत्र पर जोर दिया था। बैठक में डबल इंजन की सरकार का भी प्रसंग आया। जनता को यह भी बताया जाएगा कि किस तरह भाजपाशासित राज्यों में विकास कार्य दूसरे राज्यों के मुकाबले काफी तेज रहा है।

यूं तो पांचों राज्यों में केंद्र से चुनाव की जिम्मेदारी का बंटवारा किया जा चुका है, लेकिन प्रवक्ताओं पर जिम्मेदारी होगी कि वह समसामयिक व ज्वलंत मुद्दों पर सही परिप्रेक्ष्य में भाजपा का विचार रखें और विपक्षी दलों के एजेंडे से भी बचें। वर्ष 2022 में गोवा, उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, मणिपुर में विधानसभा चुनाव होने है। इनमें गोवा, यूपी, पंजाब, उत्त‍राखंड और मणिपुर में फरवरी-मार्च 2022 में जबकि हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव नवंबर और गुजरात के दिसंबर 2022 में होंगे। 5 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में से उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में जहां भाजपा की सरकारें है। वहीं पंजाब में कांग्रेस की सरकार है।

भाजपा के लिए फिलहाल सबसे बड़ी चुनौती यूपी बना हुआ है। भाजपा किसी भी कीमत पर यूपी को अपने हाथ से नहीं जाने देना चाहती है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान को पार्टी ने यूपी का चुनाव प्रभारी बनाया है और उनके साथ पांच केंद्रीय मंत्रियों को सह प्रभारी बनाया गया है। फरवरी – मार्च में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी की पूरी कोशिश है कि तीन कृषि कानूनों के मसले और इसके खिलाफ हो रहे किसानों के विरोध प्रदर्शन को किसी तरह से सुलझा लिया जाए। केंद्र सरकार इसके लिए लगातार प्रयास भी कर रही है। केंद्र की तरफ से इस संबंध में कई दौर की बातचीत भी हुई है लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकला है।

निर्वाचन आयोग के एक जनवरी, 2021 के आंकड़ों के अनुसार देश में सबसे अधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में लगभग 14.66 करोड़ मतदाता है। पंजाब में दो करोड़ से अधिक मतदाता है। उत्तराखंड में 78.15 लाख मतदाता पंजीकृत है। वहीं, मणिपुर में 19.58 लाख और गोवा में 11.45 लाख मतदाता है। पांचों राज्यों में कुल लगभग 17.84 करोड़ मतदाता है।

Back to top button