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उत्‍तराखंड में बारिश की वजह से 24 की मौत, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी


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देहरादून – उत्तराखंड के पहाड़ों में पिछले चौबीस घंटे से लगातार हो रही बारिश अब काल बन गई है। कुमाऊं में हालात बेहद ही खराब है। यहां अलग-अलग हिस्सों में करीब 24 व्यक्तियों की मौत की खबर है। नैनीताल जिले के पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश के बाद आई आपदा में दो लोग पहाड़ी से मलबा गिरने से मर गए। लगातार हो रही बारिश से नदी-नालों ने रौद्र रूप ले लिया है।

आपदा की सूचना मिलते ही प्रशासन की ओर से राहत व बचाव का कार्य शुरू कर दिया गया है। चंपावत के तिलवाड़ा गांव में घर में मलवा घुसने से दो लोगों की मौत की मौत हुई। नैनीताल जिले के रामगढ़ ब्‍लॉक के एक गांव में मकान जमींदोज होने से नौ और धारी तहसील के चौखुटा गांव में भूस्‍खलन की जद में आए मकान में एक ही परिवार के छह लोगों की दबकर मौत हो गई। वहीं, रामनगर के एक रिजॉर्ट में पानी घुसने से फंसे करीब सौ व्यक्तियों का रेस्क्यू कर अब लिया गया है। भीमताल में भी मकान ढहने से एक बच्‍चा मलबे में दब गया। सभी जगह पुलिस और स्थानीय प्रशासन द्वारा राहत बचाव कार्य किया जा रहा है लेकिन खराब मौसम से काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। लोग घरों से बाहर शवो को बाहर निकालने की मशक्कत में जुटे है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अल्‍मोड़ा जिले में एक मकान पर पहाड़ी से मलबा आने के कारण तीन लोगों की दबकर मौत हुई है। अल्‍मोड़ा नगर में भी मकान की दीवार गिरने से किशोरी की दबकर मौत हो गई। बागेश्‍वर जिले में पहाड़ी से गिरे पत्‍थर की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई। अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर खीनापानी क्षेत्र में मलबे में दबने से दो श्रमिकों की मौत हो गई है। फिलहाल 24 लोगों के मौत की खबर है। नैनीताल झील का पानी ओवरफ्लो होकर बह रहा है। काठगोदाम रेलवे स्‍टेशन पर करीब सौ मीटर का संटिंग नेक गौला नदी में बह गया। जलभराव के कारण ट्रेनों का संचालन निरस्‍त कर दिया गया है। पहाड़ के दर्जनों मार्ग मलबा आने के कारण बंद हो गए है।

जिले में लगातार हो रही बारिश की वजह से रामगढ़ ब्लॉक के झुतिया सुनका ग्रामसभा में नौ मजदूर घर में ही जिंदा दफन हो गए हैं। ये सभी मोटर मार्ग के निर्माण कार्य में लगे हुए थे। शाम को पास में ही एक मकान में रह रहे इन मजदूरों के ऊपर 24 घन्टे से हो रही बारिश के कारण मलबा आ गया था, जिसके बाद नौ मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गयी, जबकि एक मजदूर की हालत गंभीर बताई जा रही है। सड़क बंद होने के कारण मजदूरों के शव नहीं निकाले जा सके हैं। सभी मजदूर उत्तरप्रदेश और बिहार के रहने वाले हैं। वहीं, जिले के दोषापानी में भी भूस्खलन के कारण 3 ग्रामीणों की मौत हो गयी है। इसके अलावा मलबा आने से क्वारब में भी 2 मजदूरों की मौत हो गयी है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने राज्य में भारी से बहुत भारी बारिश के पूर्वानुमान के साथ उत्तराखंड के लिए रेड अलर्ट जारी किया और अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की भविष्यवाणी की गई है। राज्य के कुछ इलाकों में स्थिति बेहतर होने की संभावना भी जताई गई है। SDRF उत्तराखंड में स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए है और राज्य में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ जैसी स्थिति के बीच टीमें रात भर बचाव अभियान चला रही है। SDRF के मुताबिक मौसम विभाग द्वारा राज्य के लिए रेड अलर्ट जारी किए जाने के बाद सभी टीमें हाई अलर्ट पर थीं। साथ ही NDRF की 2 टीमों को भी स्टैंडबाई पर रखा गया है।

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