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म्यूचुअल फंड SIP में निवेश के वक्त रखें ‘इन’ बातों का ध्यान


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मुंबई – हम सभी अपने भविष्य के बारे में सोह कर ऐसी जगह पे निवेश करते है जहा पर हमें कुछ सालो के बाद मुनाफा हो। अगर आप भी निवेश के बारे में सोच रहे है की कौन सी जगह पे निवेश करने से ज्यादा फायदा मिलेगा तो आप म्यूचुअल फंड SIP का विकल्प चुन सकते है।

सिस्‍टेमैटिक इंवेस्‍टमेंट प्‍लान यानी सिप (SIP) के जरिए म्‍यूचुअल फंड्स में बड़ी संख्या में खुदरा निवेशक पैसा बना रहे है। निवेश करने के बारे में सोच रहे है तो पहले इसके बारे में पूरी जानकारी हासिल कर लें क्योंकि जानकारी की कमी की वजह से कई निवेशक कुछ गलतियां कर बैठते है और लाभ की जगह नुकसान उठाना पड़ जाता है। अपने करियर के शुरुआती दौर में युवा पीढ़ी काफी अच्छी तादाद में Mutual Fund SIP में इनवेस्ट कर रही है। हम आपको इसमें निवेश करते वक्त बरतने वाली सावधानियों से अवगत कराने जा रहे है।

Mutual Fund SIP में निवेश करते वक्त हमें अपने लक्ष्य के हिसाब से फंड का चुनाव करना चाहिए। अगर आप बड़ी रकम लगाना चाह रहे है तो, एक ही स्कीम में निवेश करने के बजाय अलग अलग स्कीम में निवेश करना सही होता है। साथ ही अगल अलग स्कीम मे निवेश करते वक्त भी, आपको अलग अलग तारीख के हिसाब से निवेश करना चाहिए।

अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश कर रहे है तो आपके वित्तीय लक्ष्य स्पष्ट होने चाहिए। अगर आपके वित्तीय लक्ष्य स्पष्ट नहीं है तो आप गलत फंड चुन सकते है। ग्रोथ प्‍लान के बजाय डिविडेंड प्‍लान को तरजीह देना ठीक नहीं है। जब म्‍यूचुअल फंड डिविडेंड की घोषणा करेगा तो उन्‍हें मोटी कमाई होगी। म्‍यूचुअल फंड्स अपनी असेट्स अंडर मैनेजमेंट से ही डिविडेंड का भुगतान करते है। इससे भुगतान किया गया डिविडेंड एनएवी से घट जाता है। वहीं, डिविडेंड की गणना फंड की फेस वल्‍यू पर की जाती है, ना कि एनएवी के आधार पर।

म्यूचुअल फंड के एक से दो साल के प्रदर्शन को देखने की बजाय उसके पिछले 5 से 10 वर्षों के के प्रदर्शन का आकलन करे। इसके अलावा इस अवधि में बेंचमार्क इक्विटी रिटर्न को भी देख लेना सही रहता है। योजना का चुनाव करते वक्त, म्यूचुअल फंड ने लंबे समय में कैसा प्रदर्शन किया है, यह देखने की सलाह दी जाती है। लगातार अपने पोर्टफोलियो में एडजस्ट न करें। किसी दूसरों की देखा-देखी शेयर्स की खरीद-बिक्री न करें। ऐसा नुकसानदायक हो सकता है क्योंकि हर किसी के वित्तीय लक्ष्य और स्थितियां अलग होती है। बहुत से लोग फंड के पिछले प्रदर्शन के आधार पर निवेश करते है लेकिन यह पूरी तरह सही नहीं है। हमेशा ध्यान रखें कि फंड का रिटर्न बदलता रहता है। फंड का मूल्य हर तिमाही में बदलता है। फंड्स को चुनने से पहले आपको अन्य मानकों का संदर्भ भी लेना चाहिए।

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