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Birth Anniversary: देश के ‘मिसाइलमैन’ को कई बड़े राजनेताओंने दी श्रद्धांजलि


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नई दिल्ली – 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में बेहद साधारण से मुस्लिम परिवार में जन्मे और मिसाइलमैन के रूप में पुरे भारत में जाने जानेवाले अब्दुल कलाम की आज 90वीं जन्म जयंती है। इस मौके पर भारत के प्रधानमंत्री मोदी समेत कई राजनेताओंने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

मोदी ने ट्वीट किया की मिसाइल मैन के रूप में विख्यात देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम जी को उनकी जयंती पर सादन नमन। उन्होंने अपना जीवन भारत को सशक्त, समृद्ध और सामर्थ्यवान बनाने में समर्पित कर दिया। देशवासियों के लिए वह हमेशा प्रेरणास्रोत बने रहेंगे। मोदी ने अपने मंत्रिमंडल के सहयोगी महेन्द्रनाथ पांडे और मुख्तार अब्बास नकवी को भी उनके जन्मदिन पर बधाई दी तथा सरकार में उनके काम की सराहना की।

उपराष्ट्रपति नायडू ने कलाम को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा की नायडू ने कहा कि भारत की रक्षा एवं अंतरिक्ष क्षमताओं को मजबूत करने में कलाम के अमूल्य योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। कलाम को स्नेहपूर्वक ‘‘जनता का राष्ट्रपति’’ कहा जाता है। रक्षा और अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की क्षमताओं को मजबूत करने में अमूल्य योगदान के लिए कलाम को हमेशा याद किया जाएगा। कलाम ने 2002 से 2007 तक भारत के 11वें राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया। उन्हें राष्ट्रपति भवन के दरवाजे जनता के लिए खोलने का श्रेय भी दिया जाता है और उन्हें प्यार से “जनता का राष्ट्रपति” कहा जाने लगा। कलाम ने साल 2015 में दुनिया को अलविदा कह दिया।

उनका जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में बेहद साधारण से मुस्लिम परिवार में हुआ था। उनका पूरा नाम अवुल पकीर जैनुलआबदीन अब्दुल कलाम था। उनके पिता नाव चलाते थे और स्थानीय मस्जिद के इमाम थे, वहीं उनकी मां घर संभालती थीं। वे चार भाईयों और एक बहनों में सबसे छोटे थे। शुरुआती दौर में कमाई के लिए उन्होंने अखबार भी बांटे। उन्होंने फीजिक्स और एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी। इसके बाद अगले 40 साल उन्होंने बतौर वैज्ञानिक DRDO (रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन) और ISRO (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) में बिताए।

साल 1997 में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। भारत ने साल 1998 में पोखरण में जो परमाणु परीक्षण किए थे, वो उन्हीं के मार्गदर्शन में हुए थे। साल 2002 में उन्होंने भारत के 11वें राष्ट्रपति पद की शपथ ली। वे साल 2007 तक इस पद पर रहे। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने राष्ट्रपति पद को एक नए आयाम तक पहुंचाया और आम लोगों के दिलों में जगह बनाई। खासकर बच्चों और युवाओं के बीच वे सबसे ज्यादा लोकप्रिय रहे। उनकी पुण्यतिथि पर देशवासी उन्हें बड़े सम्मान के साथ याद कर रहे है।

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