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फर्जी दस्तावेजों के आधार पर PAC में नौकरी कर रहा सिपाही हुआ गिरफ्तार


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लखनऊ – हालही में उत्तर प्रदेश के लखनऊ से एक बहोत बड़ी खबर सामने आ रही है। सरकारी विभाग में फर्जी नौकरी का एक बड़ा मामला सामने आया है। PAC में 14 साल तक फर्जी दस्तावेज से मनीष नाम से सिपाही की नौकरी करने के आरोपी अमित सिंह को विभूतिखंड पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है।

ये घटना लखनऊ के PAC की है। आरोपी पिछले 15 साल से सरकारी विभाग में काम कर रहा था और किसी को इसकी भनक तक नहीं थी। हम इतना तो जरूर समज सकते है की इस मामले में जालसाज और अधिकारियों की मिलीभगत कितनी बड़ी होगी। आरोपी STF के सिपाही मनीष के दस्तावेज इस्तेमाल कर उसके नाम से ही पीएसी में नौकरी कर रहा था। इसी साल 21 मार्च को उसके फर्जीवाड़े का खुलासा होने पर एफआईआर दर्ज हुई थी। मार्च में उसे हिरासत में लिया गया था, लेकिन तब गिरफ्तारी की धारा न होने पर उसे निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया था।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अमित नाम का आरोपी सिपाही 32वीं बटालियन PAC में काम कर रहा था। वह पंद्रह साल तक लगातार सरकारी वेतन लेता रहा और किसी को उस पर शक भी नहीं हुआ। जब असली मनीष सिंह के मोबाइल फोन LIC और बैंक के मैसेज आने लगे तो इस मामले से पर्दा हटा। इसके बाद STF में तैनात असली सिपाही ने फर्जी सिपाही के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया और पुलिस ने इसकी जांच शुरू की। पुलिस ने जांच शुरू की और फर्जी सिपाही को हिरासत में ले लिया।

इंस्पेक्टर विभूतिखंड चन्द्रशेखर सिंह ने बताया कि जांच में अमित के आरोप सही साबित होने पर कई और तथ्य जुटाये गये। उन्होंने 21 मार्च 2021 को गांव धतुरी टोला पोस्ट सोनकी भाट, थाना दोकटी जनपद बलिया निवासी अमित कुमार सिंह उर्फ मनीष कुमार सिंह पुत्र भगवान सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। STF मुख्यालय में तैनात सिपाही मनीष कुमार सिंह को फरवरी में LIC हाउसिंग व SBI से फोन आया था कि वह ऋण के सम्बन्ध दस्तावेज की कॉपी जमा करें। मनीष पहले ही ऋण ले चुका था, अब कॉपी का क्या मतलब। वह एलआईसी के दफ्तर गया तो पता चला कि उसके नाम व आधार कार्ड पर पीएसी में तैनात सिपाही ने ऋण का आवेदन किया है। इन दस्तावेजों में उसका नाम, पिता का नाम, पता व जन्मतिथि सब उसी की है। उसके नाम पर फर्जी तरीके से पीएसी में नौकरी कर रहे युवक का असली नाम अमित सिंह है। अमित उसका दोस्त भी रहा है। STF की जांच में यह भी पता चला कि अमित बदायूं और मनीष बरेली में भर्ती हुए थे।

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