चंडीगढ़ – पिछले कई समय से चल रहे किसान आंदोलन के तहत हरियाणा में CM मनोहरलाल खट्टर के दिए गए विवादित बयान को लेकर राजकीय माहोल काफी गरमाया हुआ था। खट्टर ने कुछ दिनों पहले किसानों के लिए दिया ‘लठ से किसानों का इलाज’ वाला बयान अब वापस ले लिया है।
पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने तो राजभवन के बाहर प्रदर्शन करके मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग की थी। अकाली दल के महासचिव और प्रवक्ता डॉ दिलजीत सिंह चीमा ने मनोहर लाल खट्टर से विवादित बयान वापस लेने और किसानों से माफी मांगने की मांग की गयी थी। खट्टर के इस बयान का खूब विरोध हो रहा था। खट्टर ने अपना बयान वापस ले लिया और किसानों और विपक्ष के विरोध के बाद ‘माफी’ जारी की।
उन्होंने पहले अपने बयान में खट्टर ने कहा था की उत्तर और पश्चिम हरियाणा में, दक्षिण हरियाणा में यह समस्या ज्यादा नहीं है, लेकिन उत्तर पश्चिम हरियाणा के हर जिले में अपने 500 या 700 किसान या फिर एक हजार लोग खड़े करो, उनको वालंटियर बनाओ। उठा लो डंडे। जब डंडे उठाओगे तो जेल जाने की परवाह मत करो, दो चार महीने रह आओगे तो बड़े लीडर अपने आप बन जाओगे। उठा लो लठ! उग्र किसानों को तुम भी जवाब दो ! देख लेंगे। जब वह भाजपा के किसान विंग के सदस्यों को संबोधित कर रहे थे, जो अनाज खरीद शुरू करने के लिए धन्यवाद देने के लिए उनके सरकारी आवास पर आए थे तब उन्होंने यह विवादस्पद टिप्पणी की थी। लेकिन अब इस बयान को वापस लेते हुए उन्होंने पंचकूला में कहा की मैं अपना बयान वापस लेता हूं। मैं समाज में किसी भी तरह के टकराव को बढ़ावा नहीं देना चाहता।
आम आदमी पार्टी ने भी मनोहर लाल खट्टर के बयान की निंदा की। नेता विपक्ष और आप विधायक हरपाल चीमा ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री के इस बयान से भाजपा का का असली चेहरा उजागर हुआ है। खट्टर के इस बयान के बाद कांग्रेस ने इसकी निंदा की।