प्रेग्नेंसी में रखना है नवरात्र का व्रत, तो रखिये इन बातो को ध्यान
मुंबई – गर्भावस्था के दौरान शिशु के स्वस्थ विकास के लिए मां को अपनी खानपान की आदतों का खास ख्याल रखना पड़ता है। क्यूंकि माता के स्वास्थ्य में अगर कोई भी बदलाव आता है तो उसका असर तुरत शिशु के विकास पर होता है। अक्सर गर्भवती महिलाओं को थोड़ी-थोड़ी देर में कम मात्रा में खाने की सलाह दी जाती है ताकि ब्लड शुगर लेवल मैनेज रहे और रोजाना की पोषण की आवश्यकता भी पूरी हो जाए।
इस समय लंबे समय तक व्रत रखने की सलाह नहीं दी जाती है। अगर आप नवरात्र में व्रत रखने की सोच रही है, तो आपको इस दौरान कुछ सावधानियां बरतनी होती है जिससे बच्चा और मां दोनों स्वस्थ रहें। 7 अक्टूबर से शारदीय नवरात्र शुरू हो रहे हैं और इसका समापन 15 अक्टूबर को होगा। नवरात्र में भक्त नौ दिनों तक व्रत रखते है। प्रेग्नेंसी में रखना है नवरात्र का व्रत, तो पूरा दिन की ऐसी रखें डाइटकई गर्भवती महिलाएं इन पावन दिनों में व्रत रखने की सोचती है। प्रेग्नेंसी में पेट में पल रहे बच्चे को पूरी खुराक मिलना जरूरी है, लेकिन अगर सही तरीके से खानपान न हो तो व्रत के दौरान शायद ये पूरा न हो पाए। व्रत को लेकर प्रेगनेंट महिलाओं को बहुत सावधान रहना चाहिए क्योंकि इस समय मां को कई जरूरी पोषक तत्चों की जरूरत होती है। अगर आप थोड़ी-थोड़ी देर में हेल्दी चीजें खाती रहेंगी, तो आपको काफी मदद मिलेगी। आपको भूख लगने तक भूखा नहीं रहना है।
आप व्रत के दौरान कार्बोहाइड्रेट जरूर लें। क्यूंकि हमारे ग्रोथ सिस्टम में कार्बोहाइड्रेट अहम भूमिका निभाता है। यह पोषक तत्व न सिर्फ मांसपेशियों और मस्तिष्क को एनर्जी देता है बल्कि सही तरह का कार्ब लेने से जरूरी पोषक तत्व भी मिल जाते है। फास्ट कार्ब में हाई जीआई होता है और ये ज्यादा तेजी से एनर्जी देते है और यह जल्दी प्रयोग हो जाता है जिससे आपको जल्दी भूख लगता है और वजन बढ़ जाता है। फास्ट कार्ब में प्रोसेस्ड फूड जैसे कि ब्रेड, शुगर, स्टार्च वेजिटेबल, फलों के जूस आदि में से भरपूर मात्रा में मिलते है। जबकि स्लो कार्ब में लो जीआई होता है। ये शरीर में धीरे एनर्जी बनाते है और पेट को भरा रखते है। इसे ब्लड शुगर लेवल नॉर्मल रहता है। अगर आप प्रेग्नेंसी में कैलोरी कम खाना चाहती है और अपने वेट को कंट्रोल करना चाहती है तो व्रत रख सकती है। वजन घटाने और हेल्दी रहने के लिए सही तरह का कार्ब लेना जरूरी है।
आप अपने खाने में स्लो कार्ब को चुनें जैसे कि साबुत अनाज, बीज और नट्स, बींस और दालें, सब्जियां आदि। इनमें फाइबर भी उच्च मात्रा में होता है। आप नवरात्र व्रत में आलू और साबुदाने जैसे हाई कार्बोहाइड्रेट फूड को फाइबर वाली चीजों जैसे कि पालक, पत्तागोभी, टमाटर, शिमला मिर्च, घिया आदि लें। आप इन्हें फ्राई करने की बजाय बेक, रोस्ट या ग्रिल कर के भी ले सकती है। कुट्टु का आटा खाएं, इसमें प्रोटीन विटामिन बी कॉम्प्लेक्स और फास्फोरस, मैग्नीशियम, आयरन और जिंक होता है। पूरी की जगह रोटी खाएं। सामक की खीर या खिचड़ी खा सकती है। साबूदाना वड़ा, आलू के चिप्स ले सकती है। मखाने की खीर भी बढिया रहेगी। मौसमी फल और सब्जियां खाएं। और नारियल पानी, नींबू पानी और छाछ पिएं।
प्रेग्नेंसी में रखें ये सावधानी :
- अपनी दवाएं समय पर लेते रहें।
- ज्यादा देर भूखी न रहें। दो से तीन घंटे पर खाएं।
- शरीर में पानी की कमी न हो।
- खाते-पीते फास्ट रखें।
- चाय-कॉफी से बिलकुल दूर रहें।
इन परिस्थितयों में ना रखें व्रत :
- अगर आपको हाई या लो बीपी या फिर शुगर या थॉयराइड की समस्या है तो व्रत ना रखें।
- अगर व्रत के दौरान आपको चक्कर, उल्टी या सिरदर्द हो।
- अगर आपको माइग्रेन की समस्या हो।
- अगर आप किसी खास मेडिकल सुपरविजन में चल रही हों।