नई दिल्ली – राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि हमने कभी किसान आंदोलन पर राजनीति नहीं किया, हम किसानों के साथ खड़े हैं. उत्तर प्रदेश सरकार कानून को नहीं मानती है. बीजेपी नहीं चाहती कि किसान आगे बढ़े, उम्मीद है कि सरकार माफी मांगे और लोगों को न्याय दिया जाए. पिछले कुछ दिनों में एक बहुत बड़ा हादसा हुआ. 21 हज़ार करोड़ के ड्रग्स मुद्रा पोर्ट पर बरामद किए गए. सूचना मिलती है कि विशाखापट्टनम की कंपनी ने इसका आर्डर दिया था. अगर ऐसा है तो इसे गुजरात के पोर्ट पर क्यों उतारा गया, चेन्नई पोर्ट पर क्यों नहीं.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट ने कहा कि देश का किसान भाजपा को रिजेक्ट कर चुका है. राजधानी दिल्ली में एक साल से किसान धरने पर बैठे हैं. हरियाणा में मुख्यमंत्री उकसाते हैं, उत्तर प्रदेश में कल जो हुआ उसे देखिए.
अगर किसी का दुख बांटने जा रहे हैं तो उसमें गलत क्या है. अगर राजनीति हो तो आप कार्रवाई कीजिए. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को लैंड करने नहीं दिया जा रहा है, यह कहां का कानून है. यह जिम्मेदार लोग हैं, जिन्हें नहीं जाने दिया जा रहा है.
पायलट ने कहा कहा कि आज केवल देश के सवालों पर जवाब दे रहा हूं. (मुस्कुराते हुए) मैं जानता हूं आप क्या कहना चाहते हैं. मैं कुछ नहीं कह रहा हूं, इसपर निर्णय AICC करेंगे. कब क्या होगा इसका निर्णय दिल्ली में AICC लेगी.
पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि नौजवान पीढ़ी को नशे की तरफ धकेलने का काम शुरू है, इसलिए हमने इसकी जांच की मांग की है. हमारा मानना है कि इससे पहले भी करोड़ों के ड्रग्स यहां से कई जगह सप्लाई किए गए हैं. गुजरात और केंद्र सरकार इस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है. हम चाहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट के सीटिंग जज इसकी जांच करें. उन्होंने कहा कि आम आदमी परेशान है, महंगाई बढ़ी है, पेट्रोल डीजल के दाम बढ़े हैं, देश में जो वातावरण बना है वो भयावह है. केंद्र सरकार ने नारे कई दिए, लेकिन ज़मीनी स्तर पर कुछ नहीं किया गया. सरकार केवल प्रचार कर अपनी पीठ थपथपा रही है. किसानों की आमदनी दोगुनी करने की बात करने वाली सरकार का पोल खुल रहा है.
सचिन पायलट ने कहा कि आज मुद्दा देश का है. हमारी पार्टी के जो मतभेद है, उसपर हम बात करेंगे, लेकिन आज हम देश पर बात कर रहे हैं.