नई दिल्ली – भारत की प्रतिष्ठित टेनिस खिलाडी सानिया मिर्ज़ा ने भारत सरकार से अपने बेटे की वीजा दिलाने में मदद मांगी। जिसके चलते युवा मामले और खेल मंत्रालय ने बुधवार को भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के माध्यम से ब्रिटेन सरकार से टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा के दो साल के बेटे को वीजा देने के लिए संपर्क किया।
सानिया टोक्यो ओलंपिक से पहले यूनाइटेड किंगडम में प्रतियोगिताओं की एक श्रृंखला में भाग लिया हैं। सानिया UK में एक महीने तक यात्रा करने वाली हैं। इसलिए मंत्रालय से संपर्क कर अपने बेटे और उनके कार्यवाहक के वीजा के लिए मदद मांगी। सानिया 6 जून से शुरू होने वाले नॉटिंघम ओपन, 14 जून को बर्मिंघम ओपन, 20 जून को ईस्टबोर्न ओपन और 28 जून से शुरू होने वाले विंबलडन ग्रैंड स्लैम में भाग लेंने वाली हैं।
Ministry of Youth Affairs & Sports has approached the UK govt, through Ministry of External Affairs, to grant a visa to son of tennis player Sania Mirza, so she can take him with her while she participates in competitions in United Kingdom, ahead of Tokyo Olympics
(File photo) pic.twitter.com/YkcO5Mmxy1
— ANI (@ANI) May 19, 2021
Sports Authority of India (Sai) ने एक आधिकारिक बयान में कहा ” हालांकि सानिया को नॉटिंघम की यात्रा के लिए वीजा दिया गया है। लेकिन उनके बेटे और उनके कार्यवाहक को भारतीय यात्रियों पर यात्रा प्रतिबंधों के कारण UK का वीजा नहीं मिला है। ” इस अनुरोध पर खेल मंत्रालय ने तुरंत विचार किया और विदेश मंत्रालय को पहले ही एक पत्र भेजकर ब्रिटेन में भारतीय दूतावास के माध्यम से इस मामले को उठाने का अनुरोध किया गया था। जिससे जल्द से जल्द सानिया को अपने बेटे को UK की वीजा मिल पाए।
केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने ट्वीट करके कहा, “हमें कुछ दिन पहले सानिया के लिए यह अनुरोध मिला था, और मुझे लगा कि यह महत्वपूर्ण है कि एक माँ के रूप में सानिया को दो- साल के बेटे के साथ ताकि वह घर वापस अपने बच्चे की चिंता किए बिना एक स्वतंत्र दिमाग के साथ भाग ले सके। मैंने अनुरोध को मंजूरी दे दी है और खेल मंत्रालय के अधिकारियों ने विदेश मंत्रालय के साथ प्रक्रिया शुरू कर दी है। खेल मंत्रालय का प्रयास हमेशा हमारे एथलीटों को हर संभव सहायता प्रदान करने का रहा है। ”
सानिया को अब तक कई अवार्ड्स जैसे अर्जुन पुरस्कार (2004), डब्ल्यूटीए न्यूकमर ऑफ द ईयर (2005), पद्म श्री (2006), राजीव गांधी खेल रत्न (2015), 100 प्रेरक महिलाओं की बीबीसी सूची (2015), पद्म भूषण (2016) आदि मिल चुके हैं।