चीन – वैज्ञानिकों का कहना है, इस 12 करोड़ साल पुरानी चिड़िया के अवशेष मिले हैं। अवशेष को देखकर पता चलता है कि इस चिड़िया के पंख और पूंछ इसकी खूबसूरती का अहम हिस्सा रहे हैं। यह अपनी लम्बी पूंछ का इस्तेमाल नर चिड़िया को मेटिंग के लिए आकर्षित करने में करती थी।इस चिड़िया के जीवाश्म चीन के उत्तरी-पश्चिमी हिस्से के जहोल बायोटा में मिले हैं। इस हिस्से को चीन का जुरासिक पार्क कहा जाता है। चौंकाने वाली बात है कि जीवाश्म में 12 करोड़ साल पुरानी चिड़िया के पंख साफ देखे जा सकते हैं।
युआनचुआविस कॉम्प्सोसोरा विलुप्त होने वाली चिड़ियों के उस ग्रुप से ताल्लुक रखती है जो उस दौर में भी देखने में मॉडर्न चिड़िया की तरह दिखती थीं। इस चिड़िया के दांत भी हैं जो इसे दूरी चिड़ियों से अलग बनाते थे। इस चिड़िया में दो तरह की पूंछ हैं, एक लम्बी और एक छोटी। चीन की पौराणिक कथाओं में युआंनचू नाम की एक चिड़िया का जिक्र किया गया है। उसी के नाम पर नई चिड़िया का नाम युआनचुआविस रखा गया।
शोधकर्ता और शिकागो फील्ड म्यूजियम के जीवाश्म विशेषज्ञ जिंगमाई ओ’कॉन्नर का कहना है, हमने इतनी तरह के पंखों वाली चिड़िया पहले कभी नहीं देखी। चिड़िया के शरीर के अंतिम हिस्से में छोटे पंख हैं और इसी हिस्से से दो लम्बे पूंछनुमा पंख हैं। ये पंख इसकी सेंट्रल स्पाइन से जुडे हैं।
वैज्ञानिकों ने 12 करोड़ साल पहले मोर की तरह दिखने वाली चिड़िया की नई प्रजाति की खोजी है। इसका नाम युआनचुआविस कॉम्प्सोसोरा है। इस चिड़िया की खोज अमेरिका और चीन के वैज्ञानिकों ने मिलकर की है।