
नई दिल्ली – अफगानिस्तान पर यूएनएससी डिबेट में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि हमने पिछले महीने के दौरान अफगानिस्तान की स्थिति में नाटकीय बदलाव देखा है। उन्होंने कहा कि अफगान क्षेत्र का इस्तेमाल किसी देश को धमकाने या हमला करने या आतंकवादियों को पनाह देने में नहीं किया जाना चाहिए।
इसके अलावा आतंकियों को ट्रेनिंग देने और आतंकवादी मंसूबों को कामयाब करने की योजना बनाने और उसकी फंडिंग के लिए भी इसका इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। काबुल हमले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले महीने काबुल हवाई अड्डे पर एक निंदनीय हमला देखा गया है। आतंकवाद अफगानिस्तान के लिए एक गंभीर खतरा बना हुआ है। उन्होंने कहा कि हमने उस बयान पर भी ध्यान दिया कि अफगान बिना किसी बाधा के विदेश यात्रा कर सकेंगे। हमें उम्मीद है कि इन प्रतिबद्धताओं का पालन किया जाएगा, जिसमें अफगानों और सभी विदेशी नागरिकों के अफगानिस्तान से सेफ पैसेज देने की बात शामिल है।
उन्होंने कहा कि सुरक्षा परिषद आतंकवाद के लिए अफगान भूमि के इस्तेमाल की इजाजत नहीं देगा। तिरुमूर्ति ने जोर देते हुए कहा कि अफगानिस्तान में स्थिति अब भी बेहद नाजुक बनी हुई है। इसके तत्काल पड़ोसी और अपने लोगों के मित्र के रूप में वर्तमान स्थिति हमारे लिए सीधी चिंता की वजह है।