x
खेल

टोकियो पैरालंपिक के आखरी दिन DM सुहास ने सिल्वर मैडल जीतकर रचा इतिहास


सरकारी योजना के लिए जुड़े Join Now
खबरें Telegram पर पाने के लिए जुड़े Join Now

नई दिल्ली – भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी और गौतम बुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एल यथिराज ने टोक्यो पैरालंपिक में सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास रच दिया। सुहास के बैकग्राउंड की बात करें तो उनका जन्म कर्नाटक के छोटे से शहर शिमोगा में हु,पिता की सरकारी नौकरी के कारण अकसर तबादले होते रहते, मैं छोटा था, तो कभी बचपन में नहीं सोचा था कि कभी आईएएस बनूंगा, या कलेक्टर बनूंगा,और ओलंपिक में मेडल जीतू लेकिन ऊपर वाले की कृपा रही। उन्होंने इतिहास रच दिया।

सुहास एक आईएएस अफ़सर हैं,सुहास यतिराज दिल्ली से सटे सटे गौतम बुद्धनगर (नोएडा) के ज़िला मजिस्ट्रेट हैं, वे 2007 बैच के उत्तर प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। सुहास के कंधों पर नोएडा के ज़िला मजिस्ट्रेट की ज़िम्मेदारी ऐसे वक़्त में थी जब कोरोना में दूसरी लहर के दौरान नोएडा बहुत ख़राब स्थिति में था, और पैरालंपिक्स के लिए क्वालिफ़ाई भी करना था। जब मैं आईएएस की ट्रेनिंग ले रहा था तभी से मैं एकेडमी में जाकर ख़ूब प्रेक्टिस करता, प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेता, मेरी पोस्टिंग जहाँ भी हुई मैंने बैडमिंटन खेलना नहीं छोड़ा।

सुहास ने अपने बारे में बताये हुए कहा की “मैं 2016 में एशियन पैरा चैंपियनशिप में खेल रहा था. इस गेम में दरअसल मैं पीछे था. मैं डर डर खेल रहा था. इसी बीच पानी पीने के लिए छोटा सा ब्रेक था, अचानक मैंने सोचा कि मैं डर क्यों रहा हूँ. हार जाऊं या जीतूँ मेरे पास वापस लौटकर अच्छी ख़ासी नौकरी है. क्यों न मैं दिल खोल कर खेलूँ. उसके बाद न सिर्फ़ मैं वो मैच जीता बल्कि एशियाई चैंपियन भी बना “, मुश्किलों के बीच हार से यूँ जीत चुरा लेना ही शायद सुहास की सबसे बड़ी ताकत है, भारत में ऐसे बहुत ही कम अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी होंगे जो अपनी गेम के चैंपियन भी हैं और भारतीय प्रशासनिक सेवा के अफ़सर भी हे।

पीएम मोदी ने फोन पर सुहास को सिल्वर मेडल जीतने पर बधाई दी।इस दौरान डीएम सुहास एल यथिराज ने पीएम मोदी को बताया कि वे पहले सोचते थे कि वे दिव्यांग हैं, ऊपर वाले ने उन्हें ऐसा क्यों बनाया. लेकिन भगवान ने उन्हें पीएम मोदी से बात करने का मौका दिया. सुहास ने कहा, वे ऊपर वाले की कृपा और पीएम मोदी के आशीर्वाद के चलते ही सिल्वर मेडल जीते।

Back to top button