अब तक का सबसे बड़ा एयरलिफ्ट : अमेरिका ने छोड़ा अफगानिस्तान, 20 साल बाद उड़ा आखिरी विमान, तालिबान का पूर्ण स्वतंत्रता का ऐलान
काबुल – अफगानिस्तान के काबुल एयरपोर्ट से सोमवार देर रात आखिरी अमेरिकी मिलट्री फ्लाइट के उड़ान भरने के बाद तालिबान ने अफगानिस्तान के लिए पूर्ण स्वतंत्रता की घोषणा कर दी है। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने मंगलवार तड़के कहा कि अमेरिकी सैनिकों ने काबुल हवाई अड्डे को छोड़ दिया है, जिसके बाद हमारे देश को पूर्ण स्वतंत्रता मिल गई है।
अमेरिका ने पुष्टि की कि उसके आखिरी सैनिकों ने मंगलवार को खत्म होने वाली समय सीमा से पहले ही वहां से वापसी कर ली है। अमेरिकी कमांडर, राजदूत निकासी फ्लाइट में सवार होने के लिए अंतिम थे। अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के साथ ही अमेरिका का अब तक का सबसे लंबा युद्ध और दो हफ्ते का एक बेहद कठिन निकासी अभियान भी खत्म हो गया।
Now our 20-year military presence in Afghanistan has ended. I want to thank our commanders for their execution of the dangerous retrograde from Afghanistan as scheduled in early morning hours of Aug 31, Kabul time with no further loss of American lives: US President Joe Biden pic.twitter.com/3bsBcHwYPn
— ANI (@ANI) August 30, 2021
अफगानिस्तान से सभी अमेरिकी सैनिकों की वापसी पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि अब अफगानिस्तान में हमारी 20 साल की सैन्य उपस्थिति समाप्त हो गई है। पिछले 17 दिनों में हमारे सैनिकों ने अमेरिकी इतिहास में सबसे बड़े एयरलिफ्ट को अंजाम दिया है। 1,20,000 से अधिक अमेरिकी नागरिकों, हमारे सहयोगियों के नागरिकों और अमेरिका के अफगान सहयोगियों को अफगानिस्तान से निकाला गया है। बाइडेन ने कहा कि मैंने विदेश मंत्री से कहा है कि वो अपने अंतरराष्ट्रीय भागीदारों के साथ निरंतर समन्वय का नेतृत्व करें ताकि किसी भी अमेरिकी, अफगान भागीदारों और विदेशी नागरिकों के लिए सुरक्षित मार्ग सुनिश्चित किया जा सके जो अफगानिस्तान छोड़ना चाहते हैं। इसमें आज पारित यूएनएससी प्रस्ताव शामिल होगा।
बाइडेन ने आगे कहा साथ ही कहा कि कल दोपहर मैं अफगानिस्तान में अपनी उपस्थिति को 31 अगस्त से आगे नहीं बढ़ाने के अपने निर्णय पर लोगों को संबोधित करूंगा। योजना के अनुसार हमारे एयरलिफ्ट मिशन को समाप्त करने के लिए जमीन पर मौजूद संयुक्त प्रमुखों और हमारे सभी कमांडरों की सर्वसम्मत सिफारिश थी। तालिबान ने सुरक्षित मार्ग पर प्रतिबद्धता जताई है और दुनिया उन्हें अपनी प्रतिबद्धताओं पर कायम रखेगी। इसमें अफगानिस्तान में चल रही कूटनीति शामिल होगी।
सोमवार को आधी रात के आसपास काबुल एयरपोर्ट से आखिरी अमेरिकी विमान के उड़ने के थोड़ी देर बाद तालिबान लड़ाकों ने अपनी आजादी का जश्न मनाते हुए अपनी बंदूकों से हवा में गोलियां चलाईं। काबुल के अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर तैनात तालिबान लड़ाके हेमाद शेरजाद ने कहा कि पिछले पांच विमान चले गए हैं, ये खत्म हो गया है। मैं अपनी खुशी को शब्दों में बयां नहीं कर सकता हमारे 20 साल के बलिदान ने काम किया। यूएस जनरल केनेथ एफ मैकेंजी ने कहा कि मैं अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के पूरा होने और अमेरिकी नागरिकों और अफगानों को निकालने के लिए सैन्य मिशन की समाप्ति की घोषणा करता हूं। अंतिम सी-17 को हामिद करजई हवाई अड्डे से 30 अगस्त को दोपहर 3:29 बजे रवाना किया गया। साथ ही कहा कि अतिरिक्त अमेरिकी नागरिकों और अफगानों को सुनिश्चित करने के लिए राजनयिक मिशन जारी है। उधर पेंटागन ने स्वीकार किया कि वो काबुल से उतने लोगों को नहीं निकाल सका, जितनी उसे उम्मीद थी।