
नई दिल्ली – अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद पैदा हुई अस्थिरता और अफरातफरी के बाद भारत ने अपने लोगों को वहां से निकालने का अभियान तेज कर दिया है। रविवार को भारतीय वायु सेना के सी-17 विमान से 168 लोग भारत पहुंचे, जिसमें 107 भारतीय नागरिक है। यह विमान रविवार सुबह काबुल से उड़ान भरने के बाद सीधे गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पहुंची।
यहां पहुंचने के बाद कई लोगों ने अपनी दास्तां सुनाई और भावुक हो गए। एक अफगानी नागरिक अलालाद कुरैशी ने बताया कि हमें यहां लाने के लिए मैं भारत सरकार का विशेष रूप से धन्यवाद करता हूं। मेरी दो बच्ची है। वहां हालात काफी खराब हैं। वे (तालिबान) घर-घर में जाकर सरकारी कर्मचारियों, सैनिकों को ढूंढ़ रहे हैं। जोखिम लगातार बढ़ता जा रहा है।
काबुल से लौटने वाले सिख समुदाय के एक व्यक्ति संदीप सिंह ने कहा कि अभी वहां हालात खराब हैं। उन्होंने बताया- वहां सिर्फ दहशतगर्दी है और कोई माहौल नहीं है। औरतों को मारना और इधर-उधर भागना, बस यही काम है। लोग डरते हैं, घरों से नहीं निकलते हैं, बस यही दहशत फैली हुई है। वहीं एक अफगानी महिला ने बताया कि तालिबानियों ने उनका घर जला दिया। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा- अफगानिस्तान में स्थिति काफी ज्यादा खराब हो रही है, इसलिए मैं यहां अपनी बेटी और उसके बच्चों के साथ आ गई। हमारे भारतीय भाई और बहनें हमें रेस्क्यू करने आए थे। उन्होंने (तालिबान) हमारा घर जला दिया. हमारी मदद के लिए मैं भारत का धन्यवाद करती हूं।