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भारत का बड़ा कदम! सिक्किम-भूटान-तिब्बत ट्राई जंक्शन के करीब राफेल की तैनाती, बढ़ेगी चीन की टेंशन


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नई दिल्ली – सीमा पर धीरे-धीरे तनाव एक बार फिर बढ़ता दिख रहा है। भारत ने अब चीन के साथ पूर्वी मोर्चे पर सिक्किम-भूटान-तिब्बत ट्राई जंक्शन के करीब अपने नए ओमनी-रोल राफेल लड़ाकू जेट तैनात किए हैं। घातक हथियारों के पैकेज से लैस आठ नए राफेल को बुधवार को पश्चिम बंगाल के हासीमारा हवाई अड्डे पर 101 ‘फाल्कन्स ऑफ छंब और अखनूर’ स्क्वाड्रन में औपचारिक रूप से शामिल किया गया।

101 स्क्वाड्रन वायुसेना की राफेल लड़ाकू विमानों से सुसज्जित दूसरी स्क्वाड्रन है। पिछले साल सितंबर में राफेल लड़ाकू विमानों को 17 “ग्लोबल ऐरो” स्क्वाड्रन में शामिल किया गया था। वायु सैनिक अड्डे पर कर्मियों को संबोधित करते हुए वायुसेना प्रमुख भदौरिया ने कहा कि हासीमारा में राफेल विमानों को सुनियोजित रूप से तैनात किया गया है और ऐसा पूर्वी क्षेत्र में भारतीय वायुसेना की क्षमताओं को मजबूत करने के महत्व को ध्यान में रखते हुए किया गया है।

भारत और चीन के बीच पिछले साल मई से ही पूर्वी लद्दाख में सीमा पर गतिरोध बना हुआ है। पूर्वोत्तर में चीन के साथ सिक्किम और अरूणाचल प्रदेश की सीमा लगती है। वायुसेना द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक हासीमारा में राफेल विमानों के आगमन के मौके पर एक फ्लाईपास्ट भी किया गया, जिसके बाद परंपरागत रूप से नए लड़ाकू विमान को पानी की बौछार से सलामी दी गई। रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने बुधवार को लोकसभा में बताया कि भारत को फ्रांस की कंपनी दसां एविएशन से अब तक 36 में से 26 राफेल लड़ाकू विमान मिल चुके हैं। भदौरिया ने हासीमारा में अपने भाषण में 101 स्क्वाड्रन के स्वर्णिम इतिहास को याद किया जिसने “फाल्कन्स ऑफ चंबा और अखनूर” का शीर्षक हासिल किया है।

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