Maharashtra में बड़ा हादसा, चट्टान खिसकने से 38 लोगों की मौत, लगातार हो रही बारिश
मुंबई – महाराष्ट्र के रायगढ़ के पास एक बहुत बड़ी दुर्घटना हुई है। रायगढ़ के महाड स्थित तलीये गांव में चट्टान खिसकने से 38 लोगों की मौत हो गई है। जिलाधिकारी निधि चौधरी ने 32 मौतों की पुष्टि की है। 32 घरों पर पहाड़ से चट्टान टूट कर गिरी है। यानी एक तरह से पूरा गांव तबाह हो गया है। स्थानीय लोगों के मुताबिक इन 32 घरों में हर घर में 3 से 4 सदस्य भी हुए तो कम से कम मलबे के नीचे करीब 80 से 90 लोगों के दबे होने की आशंका है।
अत्यधिक बारिश होने की वजह से ज्यादातर लोग अपने-अपने घरों में थे। घटना स्थल पर पहुंचे विधानपरिषद में नेता प्रतिपक्ष प्रवीण दरेकर और गिरिश महाजन के मुताबिक मलबे के नीचे 40 से 45 और शवों के होने की आशंका है। इस घटना को 2005 में हुई मालीन में हुई दुर्घटना से भी अधिक भयानक बताया जा रहा है। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रायगढ़ की इस दुर्घटना को लेकर दुख और संताप व्यक्त किया है। साथ ही मृतकों के परिवार वालों के लिए 2-2 लाख रुपए राहत और घायलों के लिए 50-50 हजार की मदद का ऐलान किया है।
पीएमओ द्वारा ट्विट कर इसकी जानकारी दी गई है। ट्विट कर जानकारी देते हुए प्रधानमंत्री ने लिखा है कि महाराष्ट्र में अत्यधिक बरसात से उत्पन्न परिस्थिति पर नजर रखी जा रही है और हर संभव सहायता पहुंचाई जा रही है। एक अन्य ऐसी ही दुखद और बड़ी दुर्घटना सातारा के आंबेघर में हुई है. यहां भी चट्टान खिसकने से 12 लोगों की मोत की आशंका है. मूसलाधार बरसात की वजह से पाटन के पास स्थित आंबेघर गांव में यह बड़ी दुर्घटना हुई है. शंभुराज देसाई के मुताबिक पिछले 40 सालों में इतनी ज्यादा बरसात नहीं हुई।
इस बीच रत्नागिरी के चिपलून में पोसरे-बौद्धवाडी गांव में भी चट्टान खिसकने से 17 लोग मलबे में दबे हुए हैं. हेलिकॉप्टर की मदद से बचाव कार्य शुरू है. इसी तरह खेड तालुका (प्रखंड) में भी धामणंद गांव में चट्टान खिसकने से 17 घर दबे हुए हैं।