Jammu Drone Attack : PM मोदी ने बुलाई हाई लेवल मीटिंग, अमित शाह और राजनाथ सिंह भी मौजूद

नई दिल्ली – जम्मू के एयरफोर्स स्टेशन हुए ड्रोन हमले में पाकिस्तानी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के हाथ होने के संकेत मिले हैं। शनिवार-रविवार रात हुए इस हमले में पांच मिनट से भी कम समय में दो धमाके हुए जिसमें दो जवान घायल हो गए थे। वहीं दूसरी ओर ड्रोन धमाके मामले की जांच गृह मंत्रालय ने एनआईए को सौंपी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आतंकियों का मकसद एयरबेस के एयरट्रैफिक कंट्रोल टावर और वहां खड़े हेलिकॉप्टरों को नुकसान पहुंचाना था। लेकिन दोनों धमाके इससे 40 फीट की दूरी पर हुए।
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम चार बजे से एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई हैं। इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शामिल होंगे। इसके अलावा इस बैठक में सुरक्षा से जुड़े कुछ बड़े अधिकारी भी शामिल होंगे। हालांकि अभी तक इस बात पर कोई स्पष्टता नहीं दी गई है कि इस बैठक का मुख्य एजेंडा क्या होगा। ऐसा माना जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर में हुए ड्रोन हमले को लेकर इस बैठक में चर्चा हो सकती है।जम्मू-कश्मीर में एयरफोर्स बेस पर हुए हमले के बाद वहां सभी सुरक्षा संस्थानों को अलर्ट पर रखा गया है।
लद्दाख की तीन दिवसीय यात्रा खत्म करने के बाद रक्षा मंत्री जैसे ही दिल्ली पहुंचेंगे तो वो जम्मू-कश्मीर में एयरफोर्स पर हुए ड्रोन अटैक की पूरी जानकारी की रिपोर्ट तैयार करेंगे। जम्मू में वायु सेना ठिकाने पर हमले एवं इलाके में कई ड्रोन देखे जाने के बाद भारत ने इस खतरे को संयुक्त राष्ट्र महासभा में जोर-शोर के साथ उठाया है। ड्रोन के खतरे के बारे में आगाह करते हुए भारत ने कहा है कि आतंकी वारदातों के लिए ड्रोन का इस्तेमाल हो सकता है और इस खतरे की तरफ तत्काल ध्यान देने की जरूरत है। भारत सरकार में गृह मंत्रालय (आंतरिक सुरक्षा) पर विशेष सचिव वीएसके कौमुदी ने मंगलवार को कहा, ‘आतंकवाद फैलाने, कट्टरता को बढ़ाने एवं आतंकियों की भर्ती के लिए आज सूचना एं संचार प्रौद्योगिकी का गलत इस्तेमाल हो रहा है।’
उन्होंने कहा – यही नहीं क्राउडफंडिंग सहित पेमेंट के नए तरीकों का इस्तेमाल आतंकवाद की फंडिंग के लिए हो रहा है। आतंकवादी उद्देश्यों के लिए नई प्रौद्योगिकियों का गलत इस्तेमाल आतंकवाद के सबसे गंभीर खतरे के रूप में उभरा है। यह आगे आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के तौर-तरीकों को प्रभावित करेगा।