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भारत में पहली बार पाए गए COVID-19 वैरिएंट का केवल 1 स्ट्रेन चिंताजनक : WHO


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वॉशिंगटन – विश्व के देशों के स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं पर आपसी सहयोग एवं मानव को स्वास्थ्य सम्बन्धी समज विकसित कराने वाली संस्था WHO (World Health Organization) ने अपनी साप्ताहिक महामारी विज्ञान रिपोर्ट जारी की।

रिपोर्ट के मुताबिक B.1.617.2 (डेल्टा) भारत में पहली बार पता चला COVID-19 का एकमात्र स्ट्रेन है जो चिंता का एक प्रकार (VOC) बना हुआ है। बी.1.617.1 (कप्पा) को वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट (वीओआई) के रूप में पुनर्वर्गीकृत किया गया है और “नियमित रूप से निगरानी” की जाएगी। इसके अलावा, बी.1.617.3 को अब वीओआई या वीओसी के रूप में वर्गीकृत नहीं किया गया है। संस्करण-बी.1.617- पहली बार भारत में पाया गया था और देश में कोविड -19 मामलों में विस्फोटक स्पाइक के लिए जवाबदार बताया जा रहा है। तनाव तीन वंशों में फैल गया है और इसे ट्रिपल म्यूटेंट संस्करण के रूप में जाना जाता है।

WHO के तकनीकी कोविड -19 लीड डॉ मारिया वान केरखोव ने सोमवार को ट्वीट करते हुए लिखा ” आज, @WHO ने #SARSCoV2 चिंता के वेरिएंट (VOCs) और इंटरेस्ट (VOI) के लिए नए, आसानी से कहे जाने वाले लेबल की घोषणा की। वे मौजूदा वैज्ञानिक नामों को प्रतिस्थापित नहीं करेंगे, लेकिन वीओआई / वीओसी की सार्वजनिक चर्चा में मदद करने के उद्देश्य से हैं। ”

WHO का यह कदम भारत द्वारा उपन्यास कोरोनवायरस के बी.1.617 उत्परिवर्ती पर आपत्ति जताए जाने के लगभग तीन सप्ताह बाद आया है, जिसे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मीडिया रिपोर्टों में बी.1.617 उत्परिवर्ती तनाव के लिए ‘भारतीय संस्करण’ शब्द का इस्तेमाल किया गया है।

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