6 साल की बच्ची की PM को की गई ऑनलाइन क्लास शिकायत के वायरल होने के बाद दिए गए कारवाई के संकेत
जम्मू-कश्मीर – हालही में जम्मू-कश्मीर से एक बड़ी खबर सामने आयी। जम्मू-कश्मीर की एक छह साल की बच्ची द्वारा पीएम नरेंद्र मोदी से “बहुत ज्यादा होमवर्क” की शिकायत करने का वीडियो काफी वायरल हुआ। जिसके बाद वहा का तंत्र एक्शन में आया।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने केंद्र शासित प्रदेश के स्कूली शिक्षा विभाग को स्कूली बच्चों पर होमवर्क का बोझ कम करने के लिए 48 घंटे के भीतर नीति बनाने का निर्देश दिया है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद सिन्हा ने सोमवार को एक ट्वीट में कहा ” बचपन की मासूमियत भगवान का उपहार है और उनके दिन जीवंत, आनंद और आनंद से भरे होने चाहिए। ”
Very adorable complaint. Have directed the school education department to come out with a policy within 48 hours to lighten burden of homework on school kids. Childhood innocence is gift of God and their days should be lively, full of joy and bliss. https://t.co/8H6rWEGlDa
— Office of LG J&K (@OfficeOfLGJandK) May 31, 2021
वीडियो में अपना परिचय छह साल की बच्ची के रूप में देती हुयी इस्लामी अभिवादन के साथ अपने संदेश की शुरुआत करती है। जो मोदी को ऑनलाइन कक्षाओं के बारे में कुछ बताना हुए कहती है ” शिक्षक छोटे बच्चों को, जो छह साल के हैं… बहुत कक्षा का काम करने के लिए क्यों कहते हैं? जब मैं सुबह उठती हूं तो मुझे सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक [ऑनलाइन] कक्षाओं में जाना होता है। वह कहती है कि उसे अंग्रेजी, उर्दू और गणित, पर्यावरण अध्ययन और कंप्यूटर कक्षाओं में भाग लेना है। ”
“इस तरह का काम बड़े बच्चों के लिए होता है। छोटे बच्चों के लिए इतना काम क्यों मोदी साहब? कोई क्या कर सकता है?” जब वह अपना संदेश समाप्त करती है तो वह अपने कंधे सिकोड़ लेती है।
@manojsinha_ ji, the complainer said something very very important which i hope you & admin works immediately on.
She listed "urdu" "english" language classes, but no Kashmiri language class. Why?
Don't we want to revive the native tongue & culture. Or, have we given up?
— Jaideep Adhvaryu (@JaideepAdhvaryu) May 31, 2021
पुरे देश में कोरोना वायरस के चलते ज्यादातर शिक्षण ऑनलाइन के माध्यम से दिया जा रहा हैं। निजी संस्थान चार साल से कम उम्र के छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं संचालित कर रहे हैं। सरकारी स्कूल ज्यादातर उन्हें कक्षा 5 के बाद से आयोजित कर रहे हैं। माता-पिता और विशेषज्ञों का कहना है कि पांच घंटे तक लंबे समय तक स्क्रीन का समय बच्चों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को प्रभावित करता है।