नई दिल्ली – देश में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर का असर लगातार कम हो रहा है और पॉजिटिविटी रेट भी नीचे जा रही है। पिछले 5 दिनों से लगातार 2 लाख से कम नए केस सामने आ रहे हैं। इससे पहले मई महीना भारत के लिए काफी खतरनाक रहा। सिर्फ मई में कोविड-19 के 88.82 लाख से अधिक केस सामने आए जो देश में अब तक संक्रमित 2.8 करोड़ से अधिक लोगों का 31.67 फीसदी है।
मई में वायरस से 1,17,247 लोगों की जानें गईं, जो अब तक इस संक्रमण से हुई 3,29,100 मौतों का 35.63 फीसदी है। पिछले 24 घंटे में कोरोना के 1 लाख 26 हजार 698 नए मामले पाए गए। इस दौरान 2782 लोगों की मौत हुई। सोमवार को 2 लाख 54 हजार 975 लोग ठीक भी हुए हैं। भारत में अब तक 21,60,46,638 वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी है। मई में कोरोना ने सबसे ज्यादा कहर बरपाया और रोजाना चार लाख से ज्यादा मामले दर्ज होने लगे। किसी अन्य देश की तुलना में भारत में मई में सबसे ज्यादा केस दर्ज हुए और सबसे ज्यादा मौतें भी हुई।
भारत में मई महीने में किसी अन्य देश की तुलना में सबसे ज्यादा कोरोना केस दर्ज हुए। मई में देश में 90.3 लाख केस सामने आए। हालांकि 15 मई के बाद नए मामलों में गिरावट दर्ज की जाने लगी। ध्यान देनी वाली बात यह है कि अप्रैल में नए मामलों की संख्या 69.4 लाख थी। यानि अप्रैल की तुलना में मई में नए मामलों की संख्या 30% ज्यादा रही। दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका में दिसंबर 2020 में कोरोना से सबसे ज्यादा कहर बरपाया। सिर्फ दिसंबर महीने में अमेरिका में 65.3 लाख केस दर्ज किए गए।
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, भारत में मई में 1.2 लाख लोगों की कोरोना से मौत हुई। जबकि अप्रैल में 48 हजार 768 लोगों की मौत हुई थी। हालांकि कई विशेषज्ञों का मानना है कि महामारी से हुई मौतों की संख्या आधिकारिक आंकड़ों से ज्यादा हो सकती है।