Cyclone Yaas : उत्तर-पश्चिम की तरफ बढ़ रहा यास, अगले 2 दिन काफी अहम

कोलकाता – बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवात तूफान यास (Cyclone Yaas) लगातार खतरनाक होता जा रहा है और गंभीर चक्रवात (हवा की रफ्तार- 100 से 110 kms/ hr) में बदल गया है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, यास अब पश्चिम-उत्तर पश्चिम दिशा में अब तेजी से बढ़ रहा है। अगले 24 घंटे तक आंध्र प्रदेश, ओडिशा और बंगाल में भारी बारिश होगी और तूफान से तबाही की आशंका जताई गई है। ऐसे में एनडीआरएफ की 109 टीमें पश्चिम बंगाल, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, झारखंड और अंडमान व निकोबार द्वीप समूह में तैनात की गई है।
#WATCH Rain lashes Odisha's Chandipur as cyclone Yaas is expected to make landfall at Balasore coast on May 26#Odisha pic.twitter.com/YBh696l2eC
— ANI (@ANI) May 25, 2021
भारतीय मौसम विज्ञान ने मंगलवार को भविष्यवाणी की है कि चक्रवाती तूफान ‘यास’ अगले 12 घंटों में ‘बेहद भीषण चक्रवाती तूफान’ में बदल जाएगा। पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर गंभीर चक्रवाती तूफान यास पिछले छह घंटों के दौरान लगभग 9 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ा है, 24 मई को ये यूटीसी पर केंद्रित था। 26 मई सुबह को ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों के नजदीक पहुंच जाएगा। मौसम विभाग के मुताबिक 26 मई की दोपहर को ये ‘बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान’ के रूप में पारादीप और सागर आइलैंड को बालासोर के करीब क्रॉस करेगा। सिस्टम सेंटर पर इसकी स्पीड 55 से 65 किलोमीटर प्रति घंटे के आस-पास है। अपडेट में कहा गया है कि समुद्र की स्थिति खराब से बेहद खराब हो सकती है।
#WATCH People were evacuated by NDRF in East Medinipur district, Digha yesterday, ahead of #CycloneYaas. #WestBengal pic.twitter.com/o6hA44y7jF
— ANI (@ANI) May 25, 2021
विभाग के अनुसार बुधवार सुबह तक ‘यास’ अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान में बदल सकता है। चक्रवात पर नजर रखने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्यसचिवालय नबन्ना में नियंत्रण कक्ष खोले हैं। तटीय जिलों पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, दक्षिण व उत्तर 24 परगना, हावड़ा, हुगली में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। यहां कुछ स्थानों पर आज से ही बारिश हो रही है।
ओडिशा के चार तटीय जिले बालासोर, भद्रक, केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर इस चक्रवात से सर्वाधिक प्रभावित हो सकते हैं। 120-165 प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। भारी बारिश की आशंका के बीच निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।