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Sushil Kumar Murder Case : पहलवान सुशील कुमार 19 दिन ऐसे बचता रहा, फिर पकड़ाया, इंटरनेट कॉलिंग को बनाया ढाल


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नई दिल्ली – हत्या के मामले में आरोपी ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया। सुशील को दिल्ली के मुंडका इलाके से गिरफ्तार किया। उसे स्कूटी के साथ पकड़ा गया। पुलिस ने स्कूटी को सीज कर दिया है। जानकारी के मुताबिक, उसने स्कूटी एक लड़की से मांगी थी और बाद में उसी स्कूटी के साथ दिल्ली पुलिस ने पकड़ लिया।

19 दिनों में बदले 19 ठिकाने –
ओलंपियन पहलवान सुशील ने 19 दिनों की फरारी में 19 ठिकाने बदले। पुलिस से बचने के लिए वह लगातार ठिकाने बदलता रहा। दिल्ली से फरार होने के बाद सुशील यूपी होते हुए सीधे उत्तराखंड गया, जहां से वह हरियाणा, पंजाब, फिर हरियाणा और आखिर में वापस दिल्ली आया। इस दौरान पुलिस से बचने के लिए आरोपी ने इन पांच प्रदेशों में 19 जगहों पर अपने जानकारों की मदद से शरण ली थी।

पुलिस के अनुसार, हरिद्वार, ऋषिकेश में आश्रम सहित तीन जगहों पर सुशील थोड़ी-थोड़ी देर तक रहा था। जबकि, दिल्ली में ही उसने चार बार ठिकाने बदले। बहादुरगढ़ में भी वह तीन अलग-अलग जगहों पर रहा। इसके बाद झज्जर में भी वह दो जगहों पर रुका। फिर आरोपी चंडीगढ़ गया, जहां उसने दो जगह ठिकाने बनाए। फिर वह बठिंडा में आकर ठहरा। यहां से वापस चंडीगढ़ गया तो इस बार नए ठिकाने पर पहुंचा और फिर चंडीगढ़ से गुरुग्राम पहुंचकर कुछ देर ठहरा। इसके बाद सुशील पश्चिमी दिल्ली पहुंचा, जहां उसने एक शख्स से मुलाकात की। यहां भी कुछ ही देर रुकने के बाद सुशील अपनी कार छोड़कर स्कूटी से मुंडका पहुंचा। यहीं पर पुलिस से उसकी लुकाछिपी खत्म हो गई और वह गिरफ्तार कर लिया गया।

पकड़ा जाने के डर से फोन नहीं रखा अपने पास –
दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के सूत्रों ने बताया कि मुंडका से जिस वक्त सुशील कुमार अपने साथी अजय के साथ पकड़ा, उस वे दोनों किसी जानकार से पैसे लेने जा रहे थे। पुलिस सूत्रों का कहना है कि सुशील के पास पैसे खत्म हो गए थे, जिसके बाद वह दिल्ली आया था और पैसे लेते ही वापस पंजाब की तरफ फरार होने की फिराक में था। सुशील को पता था कि पुलिस उसकी लोकेशन ट्रेस कर रही है लिहाजा वह इन दिनों अपने पास मोबाइल फोन नहीं रख रहा था।

इंटरनेट कॉलिंग को बनाया ढाल –
सुशील कुमार डोंगल के जरिए इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहा था और अपने करीबियों से लगातार संपर्क में था। सुशील कुमार इंटरनेट के जरिए ही फोन कॉल कर रहा था। इसके पीछे उसका मकसद था पुलिस की पकड़ से बचना। दूसरी तरफ, सुशील कुमार से जुड़े इस मामले की जांच दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच करेगी। यह केस जल्द ही क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर किया जा सकता है। फिलहाल, लोकल पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।

15 से ज्यादा सिम का किया था इस्तेमाल –
वहीं फरार रहने के दैरान पकड़े जाने के डर से सुशील कुमार मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं कर रहा था। उसे डर था कि तलाश कर रही पुलिस उसे मोबाइल के जरिए ट्रैस कर सकती है। फरारी के दौरान 15 से ज्यादा सिम इस्तेमाल करने के बावजूद जब पुलिस कई बार उसके करीब पहुँची तो उसने डोंगल का इस्तेमाल कर इंटरनेट कालिंग करना शुरू कर दिया था।

सुशील का धनखड़ से विवाद –
स्पेशल सेल के सूत्रों ने यह भी कहा कि जिस वक्त ये सागर को छत्रसाल स्टेडियम में पीट रहे थे, उस वक्त वे मोबाइल से वीडियो भी बना रहे थे। पहले पकड़े जा चुके प्रिंस दलाल के मोबाइल से वीडियो मिला है, जिसमें सागर धनखड़ पर सुशील कुमार डंडे बरसाता दिख रहा है। पुलिस के मुताबिक, सागर धनखड़ सुशील के मॉडल टाउन के फ्लैट में बतौर किराएदार रहता था। उसने एक महीने का किराया नहीं दिया था, उसी को लेकर झगड़ा हुआ था। सुशील को यह लगता रहा कि कि पहलवान का पैसा कोई कैसे दबाकर रख सकता है। इसी मानसिकता के तहत उसने सबक सिखाने के लिए सागर धनखड़ को पीटा था।

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