तमिलनाडु के कोयंबटूर मंदिर में ‘कोरोना देवी’ की मूर्ति का किया गया अभिषेक
कोयंबटूर – एक तरफ देश में हर तरफ कोरोना वायरस महामारी से हर किसी के मन में खौफ हे उसी बीच लोगो की आस्था भी बढ़ती जा रही हैं। कुछ सदियों पहले जब लोग प्लेग और अन्य घातक बीमारियों से पीड़ित थे, तो उन्होंने भगवान की पूजा करना शुरू कर दिया था।
हालही में तमिलनाडु के कोयंबटूर में कामचीपुरम इलाका में लोगों ने प्लेग से बचने के लिए 150 साल पहले प्लेग मरिअम्मन मंदिर की स्थापना की। यहां के लोगों का मानना है कि यह मंदिर बनने के बाद प्लेग महामारी खत्म हो गई। स्थानिक लोगो से मिली खबर के मुताबिक यहां के लोगों ने अब कोरोना देवी का मंदिर बनाया है ताकि इस बीमारी को फैलने से रोका जा सके। हमने कोरोना देवी का निर्माण और अभिषेक किया है। यह- एक काले पत्थर की मूर्ति है जो लगभग 1.5 फीट लंबी है। हमें पूरा विश्वास है कि कोरोना देवी लोगों को कोविड-19 से बचाएंगी।
Tamil Nadu: Priests offer special prayer to 'Corona Devi' in a temple in Coimbatore to contain the spread of #COVID19
"We are continuously praying to 'Corona Devi' to show mercy on us and help us get rid of this virus," said Temple Priest (19.05) pic.twitter.com/wWu8wFm9xt
— ANI (@ANI) May 21, 2021
शहर के बाहरी इलाके में इरुगुर के कामचीपुरी अधिनाम के अधिकारियों ने परिसर में कोरोना देवी का मंदिर स्थापित किया है। यह दक्षिण भारत में कोरोना देवी के लिए बनाया जाने वाला दूसरा मंदिर है। इससे पहले भी केरल के कोल्लम जिले के कडक्कल के एक मंदिर के पुजारी ने वायरस के डर को दूर करने के लिए अपने घर से जुड़े एक अस्थायी मंदिर में कोरोना देवी की मूर्ति स्थापित की थी।
मंदिर में देवी का अभिषेक समारोह मंगलवार को आयोजित किया गया था, जबकि पूजा बुधवार से शुरू की गई। सूत्र ने कहा कि वे 48 दिनों तक विशेष पूजा करेंगे। अधिनाम द्वारा एक वीडियो भी जारी किया गया। इस वीडियो में श्री शिवलिंगेश्वर स्वामीगल ने जनता से सभी सरकारी दिशानिर्देशों का पालन करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा घर पर रहें, स्वस्थ खाद्य पदार्थों का सेवन करें और वायरस को फैलने से रोकने के लिए सरकार का सहयोग करें।