वॉशिंगटन – कोरोना वायरस की दूसरी लहर का कहर नाही सिर्फ भारत पुरे विश्व में भी दिखाय दे रहा हैं। फ़िलहाल भारत समेत पूरा विश्व कोरोना वायरस की महामारी से जूझ रहा हैं। विश्व में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित देशो में भारत, नेपाल, बांग्लादेश, ब्राजील आदि शामिल हैं। इन देशो में covid19 से संक्रमित लोगो के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। जिसके चलते इन सभी कोरोना से प्रभावित देशो को बड़ी मात्रा में कोरोना वैक्सीन की डोज़ समय पर मिलना बहत जरूरी हैं।
हालही में राष्ट्रपति बिडेन ने संवाददाता सम्मेलन में एक बड़ी जाहेरात करते हुए कहा ” अगले छह हफ्तों में, संयुक्त राज्य अमेरिका विदेशों में 80 मिलियन खुराक भेजेगा। यह जून के अंत तक अमेरिका द्वारा उत्पादित टीकों का 13 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करता है। यह किसी भी देश की तुलना में वास्तव में साझा किए गए टीकों की तुलना में अधिक टीका खुराक होगी। तारीख, किसी भी अन्य देश की तुलना में पांच गुना अधिक। ”
In the battle against the COVID-19 pandemic, our nation is going to be the arsenal of vaccines for the rest of the world. pic.twitter.com/LwU7Olic2V
— Joe Biden (@JoeBiden) May 18, 2021
सयुंक्त राज्य अमेरिका अपने नवाचार, सरलता और अमेरिकी लोगों की मौलिक शालीनता के इस प्रदर्शन के साथ दुनिया का नेतृत्व करना चाहते हैं। जैसे द्वितीय विश्व युद्ध में, अमेरिका था लोकतंत्र के शस्त्रागार, कोविड -19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में, हमारा देश दुनिया के बाकी हिस्सों के लिए टीकों का शस्त्रागार बनने जा रहा है। हम इन टीकों को हर जगह महामारी को समाप्त करने की सेवा में साझा करेंगे। बिडेन ने घोषणा की कि ” विदेशों में 60 मिलियन एस्ट्राजेनेका टीकों के अलावा, अमेरिका अन्य 20 मिलियन कोविड -19 अनुमोदित टीके देगा। हम अन्य देशों से एहसान हासिल करने के लिए अपने टीकों का उपयोग नहीं करेंगे। टीके भारत, नेपाल, बांग्लादेश, ब्राजील और अन्य देशों को भेजे जाएं जो महामारी से बहुत अधिक प्रभावित हैं। ”
I’m very glad the White House listened to us – their reported plan to share unused AstraZeneca vaccines with countries in need, such as India, is a big move that will save lives provided we execute this plan quickly. pic.twitter.com/eDpej3qGRp
— Congressman Raja Krishnamoorthi (@CongressmanRaja) April 26, 2021
बाइडेन की घोषणा का अमेरिकी सांसदों और भारतीय-अमेरिकी समुदाय के नेताओं ने स्वागत किया। बाइडेन के इस सराहनीय कार्य को बिरदाते हुए भारतीय-अमेरिकी कांग्रेसी राजा कृष्णमूर्ति ने कहा, “विदेशों में फैलने से नए उत्परिवर्ती उपभेदों का जन्म हुआ और घर में एक और घातक उछाल आया। भारत और कई अन्य देशों में हम जो प्रकोप देख रहे हैं, वह उन सभी लोगों के लिए एक त्रासदी है, और वे अन्य देशों में उन लोगों के लिए एक खतरा हैं, जिन्हें पहले ही टीका लगाया जा चुका है, क्योंकि वे वैक्सीन-प्रतिरोधी उत्पादन के जोखिम के कारण हैं। “