मुंबई – पूरा देश आज अदृश्य कोरोना वायरस की बीमारी से जूझ रहा हैं। आये दिन हर राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगो की संख्या लगातार अपने ही रिकॉर्ड ध्वंस करते जा रहा है। फ़िलहाल देश में कोरोना से ज्यादा संक्रमित राज्यों में उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरला आदि शामिल है। महाराष्ट्र में ही पिछले 24 घंटे में 1000 लोगो ने कोरोना की वजह से अपनी जान गवा दी।
इस मुश्किल हालत के बीच नकली रेमिडीसीवीर, दवाएं और आवश्यक सामान बेचने वाले लोगो की खबरे भी सामने आयी है। COVID-19 दवाओं की कालाबाजारी पर चुपी तोड़ते हुए गुरमीत चौधरी ने कहा ” वे जीने के लायक नहीं हैं।वे दवाओं और ऑक्सीजन जैसी महत्वपूर्ण चीज की कालाबाजारी कर रहे हैं और इसे लोगों तक पहुंचने से रोक रहे हैं… सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए… यह सबसे बड़ी समस्या है जिसका सामना हर कोई कर रहा है। ” वे भी कई बार इस समस्या का सामना कर चूके है। लोग मुझे बुलाते हैं और कहते हैं, ‘मेरे पापा को बचा लो, वो मर जाएंगे’। लेकिन, ऐसे लोग हैं जो इस तरह की बातें अपने कानों से सुनते हैं फिर भी कालाबाजारी की दवाइयाँ, और आवश्यक वस्तुओं का स्टॉक रखते हैं।
गुरमीत चौधरी कोविड -19 संकट की दूसरी लहर के दौरान पीड़ित लोगों की मदद के लिए सबसे आगे आए हैं। उन्होंने covid19 के जरूरतमंद मरीजों के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर, अस्पतालों में बेड की व्यवस्था करने से लेकर सोशल मीडिया पर अपने SOS कॉल को लगातार बढ़ाने का काम किया। इस घातक बीमारी से लोगो को बहार लाने के लिए अपने प्लाज्मा पोस्ट को दान करने का भी काम किया है।
हाल ही में गुरमीत ने कोविड रोगियों के लिए नागपुर में एक अस्थायी अस्पताल शुरू किया है। उनका कहना है की “ यह आंदोलन बहुत बड़ा होने जा रहा है। मैं एक बड़ी टीम बना रहा हूं क्योंकि अभी, लोगों को दवाओं और अस्पताल के बिस्तर, सिलेंडर और वेंटिलेटर के साथ प्राथमिकता पर मदद करने पर ध्यान दिया जा रहा है। ”