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चीन में दुल्हनों की भारी कमी, 3 करोड़ लोग अविवाहित


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नई दिल्ली – पूरी दुनिया में चीन और भारत की जनसंख्या सबसे ज्यादा है। इस बीच चीन से लिंगानुपात में अंतर का मामला सामने आया है। दरअसल चीन में एक दशक के बाद होने वाली जनगणना से पता चलता है कि देश में करीब तीन करोड़ पुरुष अविवाहित ही हैं। यह संख्या कुछ देशों की पूरी आबादी से भी ज्यादा है। इसका एक बड़ा कारण चीन में लंबे समय से पुरुष शिशुओं को प्राथमिकता देना रहा है। इसी कारण दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी वाले चीन में तीन करोड़ युवक शादी के लिए घूम रहे है लेकिन दुल्हन की कमी के चलते वे अविवाहित ही हैं।

साउथ चायना मॉर्निंग छपी खबर के मुताबिक, चीन में महिला और पुरुषों के बीच का लिंग अनुपात बहुत जल्द हल होने की संभावना नहीं है। हालांकि सरकार लगातार लड़कियों की संख्या में मामूली वृद्धि का सुझाव दे रही है। चीन के राष्ट्रीय जनगणना के मुताबिक, पिछले साल पैदा हुए 1.2 करोड़ बच्चों में से प्रत्येक 100 लड़कियों के लिए 111.3 लड़के थे। 2010 में यह अनुपात प्रति 100 लड़कियों पर 118.1 लड़कों का रहा है। प्रोफेसर ब्योर्न एल्परमैन ने चेताया है कि जब तक जन्म लेने वाले बच्चों की उम्र शादी योग्य होगी तब तक संभावित दुल्हनों की भारी कमी हो जाएगी। ऐसे में पिछले साल पैदा हुए इन 1.2 करोड़ बच्चों में से 6 लाख लड़के बड़े होने पर अपनी ही उम्र का जीवनसाथी नहीं ढूंढ पाएंगे।

आम तौर पर चीन में, पुरुष अपनी उम्र से बहुत कम उम्र की महिलाओं से शादी करते हैं, लेकिन जैसे-जैसे आबादी बढ़ती है, वैसे-वैसे और भी अधिक उम्र के पुरुष होते हैं, जिससे स्थिति और खराब होती जाती है। जनसांख्यिकी के प्रोफेसर जियांग क्वानबाओ ने कहा कि चीन की एक बच्चे की नीति, 1979 में लागू की गई और 2016 में वापस ले ली गई। इसके चलते लड़कों के पक्ष में लिंग-चयन के वास्ते गर्भपात की प्रथा बढ़ गई।

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