BJP लीडर संबित पात्रा ने अरविंद केजरीवाल पर लोगो को गुमराह करने के लगाए आरोप
नई दिल्ही – पूरा देश फ़िलहाल कोरोना वायरस की वैश्विक महामारी की वजह से कई मुश्किलों का सामना कर रहा हैं। देश में सबसे ज्यादा संक्रमित राज्यों में से एक दिल्ही भी हैं। covid19 की वजह से कई लोगो ने समय पर मेडिकल सुविधाएं न मिल पाने से कोरोना वायरस के सामने दम तोड़ दिया।
Arvind Kejriwal spent Rs 804.93 crores on advertisement since 2015. But he didn't open a single hospital during his 7-year rule. Before forming his government, Kejriwal had promised to add 30,000 new hospital beds: BJP leader Sambit Patra pic.twitter.com/vsK2i7lTGK
— ANI (@ANI) May 10, 2021
हालही में BJP ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर कोरोना वैक्सीन, ऑक्सीजन सप्लाई और बेड समेत चिकित्सा सुविधाओं के मामले में राजनीति करने का आरोप लगाया है। दिल्ही सरकार कई बार मीडिया के सामने दिल्ली सरकार अगले तीन महीने में दिल्ली के हर व्यक्ति को वैक्सीन लगाने के लिए तैयार है, हम केंद्र से भी पूरे सहयोग की उम्मीद करने की जाहेरात कर चुकी हैं।
दिल्ली सरकार कोविड प्रबंधन नहीं कर पा रही है। दिल्ली सरकार ने सही समय पर वेंटिलेटर्स के लिए कोई ऑर्डर नहीं किया।
ऑक्सीजन ऑडिट को लेकर केजरीवाल जी ने मना कर दिया था।
जब दिल्ली में प्रति व्यक्ति ऑक्सीजन की उपलब्धता अधिकतम है, फिर वो ऑक्सीजन कहां जा रहा है, हम ये सवाल पूछते हैं। pic.twitter.com/Y3FB6yPO9E
— BJP (@BJP4India) May 10, 2021
BJP के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा ” अरविंद केजरीवाल सरकार विज्ञापन पर तो करोड़ो खर्च कर रही है, लेकिन कोरोना महामारी से निबटने में उनकी कोशिश केवल जुबानी ही है। पिछले 7 सालों में केजरीवाल सरकार से दिल्ली में एक भी हॉस्पिटल नही खोला है। ” केजरीवाल सरकार भी अब दुसरो की तरह कोरोना की स्थिति पर राजनीती खेलके लोगो को गुमराह कर रही हैं।
This is Arvind Kejriwal's advertising costs.
In 2015-16 – Rs 81.23 crore
In 2016-17 – Rs 67.25 crore
In 2017-18 – Rs 117.76 crore
In 2018-19 – Rs 45.54 crore
In 2019-20 – Rs 199.99 crore
In 2020-21 – Rs 293.16 crore
Nearly Rs 1,000 crore spent on advertisers.– Dr @sambitswaraj
— BJP (@BJP4India) May 10, 2021
संबित ने केजरीवाल सरकार की बातो का खुलासा करते हुए कहा की दिल्ली में कोरोना वैक्सीन की रफ्तार बहुत धीमी है। केजरीवाल सरकार 1.34 करोड़ वैक्सीन का ऑर्डर देने वाले थे, जिस पर करीब 1400 करोड़ रुपये का खर्च होने वाला था। लेकिन वो आज इस पर कुछ नहीं कर रहे हैं। दिल्ली में अभी तक 45 साल से ज्यादा उम्र के 8.93 फीसदी लोगों को ही वैक्सीन की दूसरी डोज लग पाई है। मोदी सरकार मुफ्त वैक्सीन के तहत 60 से ज्यादा उम्र के सिर्फ 48 फीसदी लोगों को ही वैक्सीन की पहली डोज लग पाई है। जबकि केजरीवाल सरकार तहत 60 वर्ष से ज्यादा उम्र के सिर्फ 17 फीसदी लोगों को ही दिल्ली में कोरोना की दूसरी वैक्सीन लग पाई है।